अवधनामा संवाददाता
खड्डा, कुशीनगर। नारायणी नदी पनियहवा घाट के किनारे स्थित शिव मंदिर पर पक्षीराज गरुड़ जी का दर्शन होने पर लोगों में कई तरह के चर्चायें शुरू हो गई है।
शिव मंदिर के महंत श्री त्यागी जी महाराज दिन सोमवार देर शाम अद्धभुत पक्षीराज गरूण जी का दर्शन कर कहते है कि वर्ष 2016 में पहली बार माँ नारायणी के पूजन के समय गरूण जी दिखाई दिए थे। देवताओं के शुभ संदेशवाहक एंव भगवान विष्णु के वाहक आगामी अमावस्या के नहान का शुभ संकेत दे रहे हैं। अद्धभुत दृश्य देख खुद माँ नमामी गंगा नारायणी सेवा समिति के संयोजक मनोज कुमार पाण्डेय कहते है कि सैकड़ों वर्ष पुराने इस घने जंगलों में श्रद्धालुओं को माँ मदनपुर देवी की दर्शन प्राप्त होता है। यह जंगल नेपाल के पर्वतमाला से जुड़े होने से ऋषियों और मुनियों ने इस नारायणी नदी में स्नान कर तपस्या की जिनकी शक्तियां आज भी अलौकिक है। आज दुर्लभ पक्षी गरूण जी दर्शन देकर माँ नारायणी घाट को संकेत दे रहे है कि जो भी श्रद्धालु इस घाट पर अमावस्या के दिन सच्चे मन से स्नान दान करेगा उसे देवी देवताओं से अवश्य पूण्य की प्राप्ति होने वाली है। गरूण जी के दर्शन में जुटे लोगो की भीड़ भी ब्या करती है कि आगामी अमावस्या स्नान पर यूपी, बिहार से आये श्रद्धालुओं को नारायणी नदी में स्नान दान करने पर शुभ फल मिलने वाला है। जिसकी तैयारी अब जोरो पर है। इस प्रकार से लोगो मे अनेक चर्चाये बनी हुई है।