धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान के खिलाफ: मुख्यमंत्री योगी

0
189

कांग्रेस पर यूं कसा तंज

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कर्नाटक दौरे पर हैं। वह विधानसभा चुनावों से पहले वह मांड्या में रोड शो करेंगे, बसवाना बगेवाड़ी में एक रैली करेंगे और साथ ही विजयपुर के इंडी में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। रैली के दौरान सीएम योगी ने रिजर्वेशन के मसले पर पार्टी का रुख साफ कर दिया, उन्होंने कहा कि कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना भारत के संविधान के विपरीत है, असंवैधानिक है।
दोपहर करीब एक बजे उन्होंने मांड्या में रोड में जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।मांड्या में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज कांग्रेस विकास की बात कर बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन उनकी विकास की हकीकत क्या थी, पंचवर्षीय योजना।
बकौल सीएम, एक प्रोजेक्ट बनता था एक पंचवर्षीय योजना लग जाती थी। अगली पंचवर्षीय योजना में उसका शिलान्यास होता था, तीसरी में कार्यावंटन होता था। चौथी पंचवर्षीय योजना के शुरू होते ही वह प्रोजेक्ट दम तोड़ देता था और प्रोजेक्ट कभी पूरा नहीं होता था।
इधर बेलगावी में रैली करने पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आरक्षण के मामले को उठाया, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण देकर भारत के संविधान की अवमानन की। 1975 में मनमाने तरीके से संविधान में संशोधन कर आपातकाल लगाकर लाखों की संख्या में लोगों को जेल में डाल दिया। भाजपा कभी ऐसा पाप नहीं कर सकती चाहे सत्ता मिले या न मिले।
कर्नाटक की राजनीति में गरमाया आरक्षण का मसला
कर्नाटक की राजनीति में आरक्षण का मामला गरमा गया है। दरअसल भाजपा शासित कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले राज्य सरकार ने एक फैसले में ओबीसी कोटा के तहत मुसलमानों को दिए जाने वाले 4 प्रतिशत आरक्षण को समाप्त कर दिया था। उन्होंने इसे प्रभावशाली समुदायों वोक्कालिगा और लिंगायत के बीच समान रूप से बांट दिया था। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद फिलहाल इस पर रोक लगा दी गई थी।
योगी आदित्यनाथ बोले- कांग्रेस तुष्टीकरण का काम करती है
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांड्या में रोड शो और जनसभा की। योगी ने कहा- कांग्रेस विकास की बात करती है, लेकिन हकीकत यह है कि जिन 5 साल की योजनाओं की वे घोषणा करते थे, वह योजना की अवधि समाप्त होने के बाद ही हकीकत बन पाती थीं और जल्द ही खत्म हो जाती थीं। पीएम मोदी जब किसी योजना की नींव रखते हैं तो उसका उद्घाटन भी करते हैं।
योगी ने कहा- आप सोचिए एक तरफ डबल इंजन की सरकार पीएफआई को बैन करती है। दूसरी ओर कांग्रेस जो पीएफआई का तुष्टिकरण करने का कार्य करती है। उन्हें धर्म के आधार पर रिजर्वेशन देने का काम करती है। धर्म के नाम पर आरक्षण भारत के संविधान के विपरीत है। हमने पिछड़ी जातियों, दिव्यांग जनों और अन्य जरूरतमंदों को आरक्षण का लाभ दिया है।
1947 में भारत का विभाजन हो चुका है, भारत धर्म के आधार पर आरक्षण की वकालत नहीं करता है। अन्य विभाजन के लिए हम तैयार नहीं, यह बीजेपी का मानना है क्योंकि हम सब मानते हैं, एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना ही देश को आगे ले जाएगी।
राजनाथ बोले- पीएम 10 हजार भेजते हैं तो उतना ही मिलता है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेलगावी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण देकर भारत के संविधान की अवमानना की। 1975 में मनमाने तरीके से संविधान में संशोधन कर आपातकाल लगाकर लाखों की संख्या में लोगों को जेल में डाल दिया। भाजपा कभी ऐसा पाप नहीं कर सकती, चाहे सत्ता मिले या न मिले।
राजनाथ ने आगे कहा- एक बार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि भ्रष्टाचार इतना है कि अगर मैं 100 पैसा भेजता हूं तो लोगों को 14 पैसा मिलता है, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हम अगर किसानों के खाते में 10 हजार रुपए भेजते हैं तो उन्हें 10 हजार ही मिलते हैं।
आज जब भ्रष्टाचार पर प्रहार हो रहा है, बड़े-बड़े नेता जेल जा रहे हैं तो विपक्षी कह रहे कि जानबूझकर इस तरह की कार्रवाई हो रही है। हमारी सरकार हर भ्रष्टाचारी के खिलाफ एक्शन लेगी, फिर चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो।
हमारी सरकार ने भ्रष्टाचारियों से एक लाख 10 हजार करोड़ रुपए जब्त किए। जबकि यूपीए काल में सिर्फ पांच हजार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हुई थी। उस समय हालात ऐसे थे कि कांग्रेस नेता फोन कर देते थे तो बैंक पैसा दे देता था। हमारे एक नौजवान नेता हैं जो भारत जोडऩे का काम कर रहे हैं, अरे भाई भारत टूटा ही कब था। एक बार 1947 में टूटा था तब आप ही लोग थे, हम नहीं थे।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here