अवधनामा संवाददाता
मुस्लिम कलाकार करते हैं इन मूर्तियों का निर्माण
मुख्य अतिथि राज्यपाल सिक्किम लक्ष्मण आचार्य को भेंट दी जाएगी यह मूर्ति
सोनभद्र/ब्यूरो 30 मार्च को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी और श्रीराम जन्मोत्सव के लिए प्रभु श्रीराम की एक काष्ठ मूर्ति इंडोनेशिया के बाली द्वीप से मंगायी गयी है जिसे श्रीराम जन्मोत्सव के मुख्य अतिथि सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य को भेंट की जाएगी ।
कार्यक्रम के संयोजक शहीद उद्यान ट्रस्ट के चेयरमैन विजय शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि मुस्लिम देश इंडोनेशिया के बाली द्वीप को श्रीराम के संदर्भों, वहां स्थापित मूर्तियों की वजह से उसे देव द्वीप या हिंदू देवताओं की भूमि कहा जाता है। बाली विश्व का अकेला ऐसा द्वीप है जहां वर्ष भर निरंतर रामलीला का आयोजन होता है।
वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि बाली में ही भारत को समूह बीस देशों की अध्यक्षता का दायित्व सौंपा गया और इसके सूत्र वाक्य वसुधैव कुटुंबकम की पूरी दुनिया में चर्चा हुई । बाली में पचास वर्ष पूर्व अंतरराष्ट्रीय रामायण मेले का आयोजन किया गया था । श्री चतुर्वेदी ने बताया कि बाली द्वीप रामकथा की वैश्विक गैलरी है, जहां के बच्चे व जन जन रामकथा के साथ बड़ा होता है।
काष्ठ मूर्ति के विषय में जानकारी देते हुए श्री चतुर्वेदी ने बताया कि इंडोनेशिया के मुस्लिम शिल्पकारों के आय का प्रमुख स्रोत श्रीराम की मूर्तियों का निर्माण है , वे सिर्फ मूर्तियां ही नहीं बनाते बल्कि उन्हें श्रद्धापूर्वक आदर भी देते हैं।
श्रीराम सबके प्रिय हैं इस तथ्य के संदेश का प्रतीक है यह मूर्ति जिसे बाली के शिल्पकारों ने बहुत ही आकर्षक ढंग से निर्मित किया है।