डॉ. अफरोज बोले, प्रदूषण प्रबंधन के लिए बनाई गई कार्य योजनाओं को अमल में लाएं

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अवधनामा संवाददाता

खीरी में पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा

लखीमपुर खीरी -राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के मा. सदस्य/न्यायाधीश डॉ अफरोज अहमद खीरी पहुंचे, जहां उनके आगमन पर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी गणेश प्रसाद साहा ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया एनजीटी के सदस्य न्यायाधीश डॉ अफरोज अहमद ने जनपद स्तरीय, नगरीय निकायों अफसरों के साथ जिला पर्यावरण समिति के क्रियान्वय की समीक्षा की, समिति के सदस्यों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए एनजीटी के नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया। इसके साथ ही अधिकारियों से पर्यावरण के लिए अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली।बैठक में एनजीटी सदस्य/न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद ने संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों से कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद ने हरित विकास पर विशेष सुझाव देते हुए कहा की जनपद में मुख्य बिंदुओं को चिह्नित करके अच्छा प्लान तैयार करें, ताकि हरित विकास उच्च स्तर पर हो सके। ठोस कचरा, प्लास्टिक कचरा, बायो मेडिकल कचरा एवं ई-वेस्ट निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाय। खनन एवं निर्माण कार्य आदि के प्रदूषण निस्तारण बेहतर ढंग से किया जाए। पर्यावरण को बचाने के लिए सिर्फ प्रशासन ही नहीं, बल्कि सभी नागरिकों को भी जिम्मेदारी है। समीक्षा से पता चला है कि जिला प्रशासन पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए काफी सजग है।उन्होंने नगरीय निकायवार संबंधित ईओ से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, डोर टू डोर कलेक्शन, एमआरएफ सेंटर के संचालन, प्रोसेसिंग सहित कूड़ा प्रबंधन पर उनकी रणनीति जानी। ईओ को निर्देश दिए कि धर्मगुरुओं की डीएम की अध्यक्षता में बैठक कराए। वेस्ट मैनेजमेंट के फायदे, कचरे के नुकसान बताने की बात कही। बैठक की शुरुआत में डीएफओ संजय विश्वाल ने जिले की भौगोलिक पृष्ठभूमि बताई। बैठक के अंत में डीएम ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि बैठक में प्राप्त मार्गदर्शन, निर्देश का पूर्णतया अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को निर्देश दिए फील्ड में सक्रियता से निगरानी बढ़ाएं, ईटभट्ठा का आधुनिकीकरण से जोड़े। उन्होंने कहा कि पर्यावरण समिति एवं वेटलैंड कमेटी के अध्यक्ष डीएम और सदस्य सचिव डीएफओ हैं। डीएफओ को निर्देश दिए कि डीएम की अध्यक्षता में नियमित बैठक कराना सुनिश्चित करें। सीडीओ के पर्यवेक्षण में गांव में नर्सरी डेवलपमेंट विकसित करने, लोकल वैरायटी के पौध तैयार करने की कार्ययोजना बनाएं। निश्चित तौर पर खीरी हरियाली के दृष्टिकोण से एक अच्छा जनपद है।

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