कांग्रेस पार्टी की तरफ से बुलाये गए भारत बंद की कायदत करते हुये अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने जनता से किए अपने वादों को पूरा नहीं किया.
राहुल गांधी ने कहा कि पेट्रोल आज 80 के पार और डीज़ल करीब 80 के पास पहुंच गए हैं. आज एलपीजी के दाम 800 रुपए तक पहुंच गए हैं. पहले पूरे देश में पीएम मोदी घूम-घूमकर कहते थे कि पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं लेकिन आज एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. राहुल ने कहा कि बलात्कार की घटना में बीजेपी के विधायक शामिल होते हैं, लेकिन पीएम चुप ही रहते हैं.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई के खिलाफ आज कांग्रेस की ओर से बुलाए गए भारत बंद की अगुवाई के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी राजघाट पहुंचे. राहुल गांधी बीते कुछ दिनों से मानसरोवर की यात्रा पर गए हुए थे और वहां से लौटकर वह सीधे बंद को समर्थन करने के लिए सड़क पर उतरे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और उन्होंने कैलाश झील से लाए गए जल को बापू की समाधि पर चढ़ाया. इसके बाद उन्होंने मार्च की अगुवाई है, राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं समेत विपक्ष के के कई नेता भी राजघाट से महंगाई के खिलाफ मार्च पर निकल चुके हैं और यह मार्च अपने अंतिम पड़ाव रामलीला मैदान पहुंच गया है.
देश के अहम मुद्दों पर वो एक शब्द तक नहीं बोलते. राहुल ने कहा कि जीएसटी से लेकर राफेल पर मोदी जी ने एक बयान तक नहीं दिया है. पता नहीं कौन प्रधानमंत्री मोदी कौन सी दुनिया में हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी से छोटे कारोबारियों को काफी नुकसान पहुंचा है.
विपक्षी दलों के तमाम नेता यहां धरने पर बैठे हुए हैं. रामलीला मैदान पर विपक्ष के धरने में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सभी विपक्षी दलों को एक होना होगा, छोटे मुद्दों को भूल लोगों की आवाज़ को उठाना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार बदलने का वक्त आने वाला है, मोदी सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है.
कांग्रेस की ओर से बुलाए गए इस बंद को 20 से ज्यादा दलों का समर्थन हासिल है. बंद को दौरान देश के विभिन्न राज्यों में विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन कर अलग-अलग मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं. कांग्रेस ने सीधे तौर पर महंगाई के खिलाफ इस बंद का आह्वान किया है लेकिन विभिन्न दलों के अपने-अपने मुद्दे भी हैं जिनको लेकर वो आज सड़कों पर उतर रहे हैं.