संवेदना से भरा है कर्तव्य, गरीबों की मदद के लिए हमेशा रहते हैं तत्पर

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अवधनामा संवाददाता

तरयासुजान, कुशीनगर। गरीब व असहायों व्यक्तियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले पूर्व सैनिक और वर्तमान में उत्तरप्रदेश पुलिस में आरक्षी के रूप में सेवा देने वाले सदानंद पटेल का ह्रदय मानवीय संवेदनाओं से भरा पड़ा है। जिसका एक और उदाहरण देखने को सोमवार को बहादुरपुर पुलिस चौकी पर मिला।

दरअसल, कुशीनगर के तरयासुजान थाने के उत्तर प्रदेश बिहार सीमा पर स्थित पुलिस चौकी बहादुरपुर पर तैनात आरक्षी सदानंद पटेल चौकी पर ड्यूटी कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि पुलिस चौकी के सामने से एक विकलांग व्यक्ति ट्राई साइकिल से हाफ्ते हुए चौकी पर आ रुका। तो सिपाही सदानंद उस व्यक्ति के पास जाकर पूछा की चाचा “आपकी परिशानी क्या है, सामने वाला व्यक्ति सिपाही के प्रश्न के उतर देने के वाजय जोड़ _जोड़ से दम मार कर हाफ़ते चला जा रहा था। तो सिपाही ने सबसे पहले उसे गुड़ पानी पिलाई,उसके बाद से उससे जानकारियां हासिल किया,सामने वाला व्यक्ति अपना नाम रमेश निवासी ग्राम अहिरौली थाना कुचायकोट बिहार बताते हुए कहा कि हमें बहुत तेज से भूख लगी है। भूख की बात सुनते हुए पहले आरक्षी सदानंद पटेल ने रमेश को होटल से भोजन मगावा कर कराया। साथी ही ट्राई साइकिल जिसका बैट्री डिशचार्य हो गया था,उसे चार्ज करने के बाद रमेश को उसके घर जाने के लिए भेजा।तब जाकर वह व्यक्ति आराम से अपने घर गया। जातें जातें सहायता पाकर रमेश ने उत्तरप्रदेश पुलिस को धन्यवाद कहा। बहरहाल जो भी हो कुशीनगर पुलिस के मुखिया धवल जयसवाल ने जब से जिले की कमान संभाली है तबसे पुलिस महकमे में बहुत ही बदलाव हुआ है। जिसमें यह भी एक उदाहरण है।

सदानंद की जुबानी

तरयासुजान। उत्तर प्रदेश बिहार सीमा पर स्थित बहादुरपुर पुलिस चौकी पर कार्यरत सिपाही सदानंद पटेल ने बताया कि हमारी छोटी सी सहायता से किसी के चेहरे पर जो मुस्कान बिखरती है इससे हमें बेहद खुशी मिलती है। हम पीड़ितों के घर जा कर उसके समस्या के निदान करा कर उससे साधुवाद जो हमे प्राप्त होती है उससे हमे बहुत खुशी मिलती है। यह विचार हमें पूर्व सैनिक कार्य से मिला है। और अपने परिवार के संस्कार से जो जीवन भर चलता रहेगा।

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