अवधनामा संवाददाता
जलालपुर अम्बेडकरनगर तहसील क्षेत्र के कजपुरा गांव में सैयद कदीर हसन की पुण्यतिथि पर रविवार की शाम अजा खाना ए सानिए जहरा में मजलिसे बरसी का आयोजन हुआ। मजलिस की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से कारी कौसर अली जलालपुरी ने किया। आजमगढ़ से आये मौलाना सैयद सरफराज हैदर ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि कुरआने मजीद में इरशाद है, और तुम्हारे रब का फैसला है कि तुम अल्लाह के सिवा किसी की इबादत न करो और वाल्दैन के साथ नेक सुलूक करते रहो। अगर तुम्हारे सामने उनमे से एक या दोनों बुढ़ापे पे पहुँच जाये तो उन्हें उफ भी न कहो और न उन्हें झिड़को और उनसे अदब से बात करो और उनके सामने शफकत से आजजी के साथ झुके रहो और कहो की ए मेरे रब जैसे उन्होंने मुझे बचपन में पाला है इसी तरह तू भी उनपर रहम फरमा। दौराने मजलिस मौलाना हैदर ने कहा कि अपने मरहूम मां- बाप के लिए हमेशा सूरा ए फातिहा,सदकात, तिलावते कुरआन से ईसाले सवाब करें। अल्लाह तआला से उनकी मगफेरत की दुआ करे, हफ्तावार उनकी कब्र पर जा कर कुरआन पाक की तिलावत करें।मां बाप के साथ भलाई करने में यह भी दाखिल है कि अगर वो गुनाहोें के आदी हो या किसी बदमजहबी में गिरफ्तार हों तो उनको नर्मी के साथ अच्छे रास्ते पर लाने की कोशिश करते रहें। मजलिस से पूर्व प्रख्यात शायर मुनव्वर जलालपुरी, कामरान रिजवी ने पेशख्वानी व मौलाना सैयद कासिम मेंहदी मय हमनवां ने शोजख्वानी की। अंत में मौलाना ने अहलेबैत ए अतहार अस. के जिक्र से मजलिस में मौजूद मोमनीन को भावुक कर दिया।