- कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर और जार्ड्स के लिए मील का पत्थर साबित होगा
- जार्ड्स के प्रशिक्षण के लिए आए काश्तकार करेंगे टीएमयू का भी भ्रमण
- टीएमयू के एग्रीकल्चर छात्रों को स्टार्टअप के लिए भी मिलेंगे अहम टिप्स
- एग्रीकल्चर कॉलेज की सीनियर्स फैकल्टी भी जार्ड्स में देंगी लेक्चर
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी और कृषि मंत्रालय से सम्बद्ध कृषि प्रशिक्षण केंद्र -जार्ड्स के बीच एमओयू साइन हुआ है। इस एमओयू-मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग से टीएमयू का कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर तो लाभांवित होगा ही, साथ ही जार्ड्स में प्रशिक्षण पाने वाले काश्तकार यूनिवर्सिटी कैंपस और कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर का भ्रमण करके वे खेती की उन्नत तकनीक जान सकेंगे। एमओयू के समय टीएमयू के वाइस चांसलर प्रो. रघुवीर सिंह और जार्ड्स के निदेशक डॉ. दीपक मेंदीरत्ता के अलावा रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, एडिशनल डीन डॉ. मंजुला जैन, निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह आदि मौजूद रहे। इस एमओयू के बाद कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर के यूजी के छात्रों को न केवल सघन प्रशिक्षण मिलेगा बल्कि स्टुडेंट्स को स्टार्टअप के लिए नए पंख भी मिलेंगे। इसके अलावा एग्रीकल्चर कॉलेज की सीनियर फैकल्टी जार्ड्स में समय -समय पर व्याख्यान देंगी। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया, टीएमयू और जार्ड्स के बीच हुआ यह एमओयू दोनों संस्थानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। प्रो. सिंह ने यह भी बड़ा ऐलान किया, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर में पीजी कोर्स भी जल्द खोलने जा रही है।