अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद रिहान ने नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित तीसरी वैश्विक आरई-इनवेस्ट 2020 में ”इंटरनेट ऑफ एनर्जीः एआई और डिजिटलीकरण की दुनिया” विषय पर पैनल डिस्कशन में अतिथि वक्ता के रूप में भाग लिया तथा परिसर वितरण प्रणाली के साथ अनुसंधान कार्य, जनशक्ति प्रशिक्षण और 6.5 मेगावाट सौर पीवी के सफल एकीकरण के अपने अनुभव को साझा किया।
उन्होंने बताया कि कैसे ऊर्जा आपूर्तिकर्ता परिचालन को बेहतर बनाने के लिए डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं और अत्यधिक परस्पर ऊर्जा प्रणाली बनाने के लिए डिजिटलीकरण की परिवर्तनकारी क्षमता का प्रयोग कर सकते हैं।
प्रोफेसर रिहान ने कहा कि एआई और डिजिटलीकरण का प्रयोग आरई स्रोतों के प्रभावी एकीकरण के लिए जरूरी है। उन्होंने सौर ऊर्जा संयंत्रों, स्मार्ट मीटर और पीएमयू स्थापना से डेटा मात्रा के मद्देनजर वितरित सौर संयंत्रों के प्रबंधन, नियंत्रण और वितरित सौर संयंत्रों के पूर्वानुमान, लोड के पूर्वानुमान, आदि का विश्लेषण किया।
इस पैनल डिस्कशन में देश एवं विदेश के विभिन्न भागों से विशेषज्ञों ने भाग लिया।
”इंटरनेट ऑफ एनर्जीः एआई और डिजिटलीकरण की दुनिया” विषय पर पैनल डिस्कशन
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