उ.प्र.संगीत नाटक अकादमी में प्रादेशिक देवीगीत गायन प्रतियोगिता ‘सीतलि मइया उतरी बाग में हो…..’

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महाराजगंज की श्वेता वर्मा संग देविका जौहरी व वत्सला बाजपेयी बनीं विजेता

लखनऊ, 26 अक्टूबर। अकादमी स्टूडियो स्क्रीन में आज- मैया हमारी विनत सुनो…., निमिया की डार जानी……, मइया तोहरे भवन बड़ी भीर….., जगदम्बे भवानी आईं मोरे अंगना…., महारानी वरदानी विंध्याचल रानी…., सीतलि मइया उतरी बाग….. जैसे पारम्परिक व नये देवीगीत गंूज रहे थे।


नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वाबलम्बन की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति अभियान के तहत यहां उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से पचरा, लचारी व लांगुरिया देवी गीत प्रतियोगिता के दूसरे व अंतिम चरण में प्रादेशिक स्तर की प्रतियोगिता का फैसला निर्णायकोें की उपस्थिति में चल रहा था। इन प्रतियोगिताओं के कुल 50 प्रतिभागियों में सीतलि मइया उतरी बाग….. देवी गीत गाने वाली महाराजगंज की श्वेता वर्मा प्रथम, दरसन दे दो अम्बे मइया….. गाने वाली शिकोहाबाद की देविका जौहरी दूसरे और लांगुरिया गीत- कैला मइया के भवन घुटवन खेले लांगुरिया… गाने वाल कानुपर की वत्सला बाजपेयी तीसरे स्थान के लिए चुनी गईं। प्रतियोगिताओं के दूसरे दिन कल संस्कार व त्योहार गीतों की प्रादेशिक प्रतियोगिता चलेगी।
केन्द्र व मण्डल स्तर से भेजी गई प्रविष्टियों की क्लिपिंग में सामूहिक गायन में अयोध्या की रिया सिंह व सखियों का गाया- बाज रही सुनरी बधाई महामाई के द्वारे…. व आकांक्षा पाण्डे नीलम मिश्रा, गंुजन वर्मा व शिल्पी सागर का लांगुरिया गीत शामिल था। एकल प्रतिभागियों में मेरठ की ऐश्वर्या सिंह ने पचरा- हाथ में त्रिसूल गरवा…., पाखी मित्तल ने- देवी मइया के भवन में….., अनिला ने लांगुरिया, लखनऊ की अंशिका मिश्रा ने पचरा- नीमा तले अमवा के तले….., सोनिया शुक्ला ने- हमको भी साथ लिये जाना….. गीत गाए। इसके साथ ही रंजना श्रीवास्तव, वर्तिका सैनी, आरती तोमर, पूजा तोमर, शिवानी गुप्ता, मीना कुमारी, शुभांगी सक्सेना, शिवांगी व त्विषा यादव आदि की प्रविष्टियां शामिल थीं।
निर्णायकों में शामिल पद्मश्री डा.योगेश प्रवीन, सुविख्यात संगीतकार केवलकुमार व लोकविद् डा.विद्याविंदु सिंह ने पारम्परिक रचना, पारम्परिक धुन, स्वर, लय, उच्चारण व प्रस्तुतीकरण के आधार पर फैसला किया।
निर्णायकों का स्वागत करते हुए अकादमी के सचिव तरुण राज ने बताया कि मिशन शक्ति के तहत 25 अक्टूबर तक प्रदेष के 18 मण्डलों-केन्द्रों से हितु मिश्रा व डा.कल्पना एस. बर्मन इत्यादि केन्द्र समन्वयकों के माध्यम से नवरात्र पर देवी गीतों, संस्कार व त्योहार गीतों की प्रतियोगिताओं के तहत प्रविष्टियां आमंत्रित थीं। इन प्रतियोगिताओं में 30 वर्ष की बालिकाओं-युवतियां उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता प्रभारी अकादमी की संगीत सर्वेक्षक रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि देवी गीत प्रतियोगिता के लिए अयोध्या, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, कानपुर, बस्ती, वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज, चित्रकूट, झांसी, मऊ, सहरानपुर, आगरा, अलीगढ़, देवीपाटन और लखनऊ इत्यादि 18 मण्ड़लों व केन्द्रों से प्रविष्टियों के तौर पर प्रतिभागियों की क्लिपिंग्स मंगाई गई थीं। है। कल 27 अक्टूबर को संस्कार गीत व त्योहार गीतों की क्लिपिंग्स को निर्णायक परखेंगे।

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