मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई करते हुए इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार को स्टैंडिंग काउंसिल के जरिए नोटिस जारी कर दिया गया है।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, इसके अलावा कांग्रेस पार्टी और स्पीकर को भी नोटिस जारी किया गया है। इसी के साथ सुनवाई को अब बुधवार सुबह साढ़े दस बजे सुनवाई होगी।
इससे पहले बीजेपी की ओर से मुकुल रोहतगी ने अदालत में कहा कि ये पूरा मामला लोकतंत्र को जीवित रखने को लेकर है, लेकिन दूसरा पक्ष इस मामले में कृतज्ञता नहीं दिखा रहा है।
इस दौरान जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मीडियाकर्मियों को कोर्ट में आने से नहीं रोका गया होगा, इस पर उन्हें जानकारी दी गई कि कुछ मीडियाकर्मियों को अदंर आने की इजाजत है।
आपको बताते जाए कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इससे यह लग रहा है कि कर्नाटक की कहानी मध्य प्रदेश में दोहराई जा सकती है।
दूसरी ओर, राज्यपाल लालजी टंडन ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री कलमनाथ को आज फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल से मिलने के बाद बाहर आकर बोले कि हमारे पास बहुमत है और मुझे फ्लोर टेस्ट क्यों करना?, 16 विधायक सामने आएं।
आपको बताते जाए कि फ्लोर टेस्ट को लेकर सोमवार को भोपाल में सुबह से रात तक काफी गहमागहमी जारी रही। सोमवार सुबह विधानसभा की कार्यवाही राज्यपाल के भाषण से शुरू हुई।
राज्यपाल ने 1 मिनट में भाषण दिया और चल दिए। इसके बाद स्पीकर ने 26 मार्च तक कोरोना के नाम पर विधानसभा स्थगित कर दी।