मौदहा। तहसील सभागार में शनिवार को आयोजित जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में आए 37 शिकायतों में से केवल आठ मामलों का ही मौके पर निस्तारण हो सका। समाधान दिवस की अध्यक्षता जिलाधिकारी घनश्याम मीणा ने की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक दीक्षा शर्मा, एसडीएम करणवीर सिंह सहित जिले के अधिकारी मौजूद रहे।
सबसे अधिक शिकायतें राजस्व, पुलिस, पेयजल एवं विद्युत विभाग से संबंधित रहीं। रामलीला समिति ने शिकायत कर बताया कि मैदान के दोनों ओर सब्जी वाले अवैध दुकान लगाकर मांस-मदिरा का सेवन करते हैं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। छात्र लवकुश ने छात्रवृत्ति न मिलने की शिकायत की, जिस पर समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि राशि वर्ष 2023-24 में आधार आधारित खाते में भेजी जा चुकी है।
भुलसी निवासी सिद्ध गोपाल ने मंदिर परिसर पर कब्जे की शिकायत करते हुए कहा कि दस बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। रीवन के ग्रामीणों ने आवासीय पट्टों का नाप न होने की समस्या उठाई। वहीं मानवाधिकार सुरक्षा एवं अपराध निरोधक संगठन ने बताया कि कांशीराम कॉलोनी में बने जूनियर हाई स्कूल और बालिका आवासीय विद्यालय का संचालन 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं कराया गया। पाटनपुर निवासी ग्रामीणों ने नाला निर्माण अधूरा छोड़ देने से आवागमन में आ रही दिक्कतों की शिकायत की।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध और ईमानदारी से निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि समस्याओं के त्वरित समाधान में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।





