बस्ती। जनपद में मौसम परिवर्तन का प्रभाव गन्ने की फसल पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। बहादुरपुर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में गन्ने की फसल पर टिड्डी और सफेद तितली जैसे कीटों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस समस्या को लेकर सीनियर गन्ना अधिकारी बाल सिंधु गगन पांडे ने क्षेत्र के खेतों का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खेतों में कीटों के कारण फसल को नुकसान होने की बात सामने आई। अधिकारियों ने किसानों को सतर्क रहने और सुबह-शाम खेतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी है।
कीट प्रकोप दिखने पर तत्काल क्लोरोपीरीफॉस या चक्रव्यूह दवा का छिड़काव करने की हिदायत दी गई। गन्ना अधिकारी ने बताया कि खेतों में समय पर गुड़ाई करने और सल्फो, जिंक तथा बटाको खाद का उपयोग करने से उत्पादन में वृद्धि होगी। इसके अलावा, यदि चोटी भेदक या तना भेदक जैसे कीट दिखाई दें, तो किसानों को क्षेत्रीय सुपरवाइजर से संपर्क कर कोराजन दवा प्राप्त करने की सलाह दी गई। चीनी मिल रुधौली के इकाई प्रमुख विवेक तिवारी ने किसानों की सहायता के लिए एक विशेष टीम गठित की है।
यह टीम गांव-गांव जाकर किसानों को कीट नियंत्रण के उपायों और अधिक उत्पादन के तरीकों के बारे में जागरूक करेगी। श्री तिवारी ने बताया कि यह पहल किसानों की आय बढ़ाने और फसल की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करेगी। निरीक्षण के दौरान अशोक सिंह, अभिमन्यु सिंह, राम प्रकाश पांडे, शिवपूजन पांडे, ध्रुव नारायण चौधरी, प्रेमचंद यादव समेत कई किसान मौजूद रहे। किसानों ने अधिकारियों से कीट नियंत्रण और सरकारी सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। किसानों का कहना है कि मौसम की अनियमितता और कीटों का प्रकोप उनकी चिंता का प्रमुख कारण बना हुआ है। हालांकि, गन्ना विभाग और चीनी मिल की ओर से किए जा रहे प्रयासों से उन्हें राहत की उम्मीद है। गन्ना अधिकारी ने आश्वासन दिया कि विभाग किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगा ताकि फसल को नुकसान से बचाया जा सके और उत्पादन में वृद्धि हो।