जींद के गांव निडानी निवासी सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक जम्मू कश्मीर में आतंवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। पिछले 44 दिन में जींद के दो जवान देश पर अपनी जान न्योछावर कर चुके हैं। हरियाणा के जींद जिले के गांव निडानी निवासी सीआरपीएफ इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। देर रात उनके शहीद होने की सूचना आने के बाद गांव में मातम छा गया। सूचना मिलते ही उनके घर पर गांव के लोगों का आना शुरू हो गया।
54 वर्षीय कुलदीप जल्द ही डीएसपी के पद पर पदोन्नत होने वाले थे। देश के लिए आतंक से लोहा लेते हुए 44 दिन के भीतर हरियाणा में जींद की माटी के दूसरे लाल ने वीरगति पाई है। इससे पहले सात जुलाई को जाजनवाला के लांस नायक पैरा कमांडो प्रदीप नैन शहीद हुए थे। अब उधमपुर में सोमवार को निडानी का लाल सीआरपीएफ इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक शहीद हुए हैं। कुलदीप मलिक की एक माह बाद डीएसपी के तौर पर पदोन्नति होनी थी।
गांव निडानी निवासी अमित निडानी ने बताया कि कुश्ती में नेशनल स्तर के खिलाड़ी रहे कुलदीप लगभग 34 साल पहले खेल कोटे से सीआरपीएफ में बतौर कांस्टेबल नियुक्त हुए थे। उनके दो भाई दिलबाग व सतपाल गांव में ही खेती करते हैं। कुलदीप का बड़ा बेटा नवीन सेना में चालक के पद पर दिल्ली में तैनात हैं और दूसरा संजय रेलवे पुलिस में अमृतसर में तैनात हैं। दोनों ही बेटे शादीशुदा हैं। कुलदीप की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि शहीद कुलदीप मलिक का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर बाद गांव पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद उनका गांव में ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।