घाटमपुर थाने में तैनात चार दरोगा समेत आठ पुलिस कर्मचारियों को पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने गुरुवार देर रात सस्पेंड कर दिया। मामले को लेकर पीड़ित परिवार के लोगों ने शिकायत किया था कि 50 हजार रुपए घूस लेकर जमीन विवाद में एक पक्षीय कार्रवाई की थी। शिकायत के बाद जांच में सभी आरोप सही पाए गए। जिसके बाद यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर द्वारा की गई है।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण रविन्द्र कुमार सिंह बताया कि घाटमपुर के पतारा गांव में जमीन को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद मामले में पुलिस जिस पक्ष के पास जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं थे, उनकी ही तहरीर पर रंगदारी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके आठ बेगुनाह जमीन के मालिक ओमप्रकाश, उनके बेटे अजीत, सतीश, राहुल, पवन कुमार, निखिल कुशवाहा, परशुराम और संजीव कुशवाहा को जेल भेज दिया था।
जेल जाने के बाद मामले की शिकायत की गई और बताया कि पीड़ित परिवार के खिलाफ पुलिस ने गलत कार्रवाई की है। मामले की जांच के बाद इस मामले में उप निरीक्षक जयवीर सिंह, संकित तौगड, आशीष चौधरी, शिव शरण शर्मा के साथ सिपाही जितेन्द्र, कुबेर सिंह, पंकज सिंह और मुख्य आरक्षी प्रथम सिंह दोषी पाए गए। जिसे गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त सभी पुलिस कर्मचारियों को पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार रात सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिया है।