ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल एवं कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन द्वारा पंचम दो दिवसीय (13-14 जुलाई) कालिदास राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन शनिवार, 13 जुलाई सुबह 10 बजे से नेहरू नगर स्थित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मेपकास्ट) के सभागार में किया जा रहा है। जिसमें देश के कई ज्योतिष विद्वान जुटेंगे। (भारत को विश्व गुरु बनाने में ज्योतिष की भूमिका) विषय पर यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के कोने-कोने से ज्योतिष विद्यया से संबंधित विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। ज्योतिष सम्मेलन में लगभग 250 ज्योतिष के जानकार अपने ज्ञान का आदान-प्रदान करेंगे। इस दौरान 50 शोधार्थियों द्वारा ज्योतिष शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। संस्कृति के अनुरूप ज्योतिष सम्मेलन में सभी ज्योतिषी सांस्कृतिक परिधान में ही प्रवेश करेंगे। सम्मेलन में विशेष रूप से आवाहन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्रीअवधूत बाबा अरुणगिरिजी महाराज का आगमन होगा।
कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक, महापौर को भी आमंत्रित किया है। वहीं, सम्मेलन में पूर्व मंत्री एवं ज्योतिषी पं. नंदकिशोर पुरोहित भी शामिल होंगे। इसके साथ स्थानीय साधु-संत महंतों का आगमन भी होगा। सम्मेलन में ज्योतिष अध्यात्म एवं धर्म के जानकार अपने उद्बोधन देंगे। वहीं, सायंकालीन भागवत संगीत संध्या के आयोजन में अंतरराष्ट्रीय स्तर के भागवताचार्य द्वारा भागवत के मर्म पर प्रस्तुति दी जाएगी। इस सत्र में शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच स्थानीय ज्योतिष प्रेमी अतिथि ज्योतिषाचार्यों से चर्चा भी कर सकेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक पं. विनोद गौतम ने बताया कि यह सम्मेलन ज्योतिष महर्षि पं. अयोध्या प्रसाद गौतमजी की पुण्य स्मृति में किया जा रहा है। कार्यक्रम में विशेष रूप से पं. अयोध्या प्रसाद गौतम पंचांग 2025 एवं सौभाग्यम पत्रिका के अतिरिक्त दो अन्य पुस्तकों का विमोचन माननीय अतिथियों द्वारा किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य और पंचागकार ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल से पंडित विनोद गौतम ने बताया कि भारत को विश्व गुरु बनाने में ज्योतिष की भूमिका विषय पर यह सम्मेलन होगा। जिसमें देश के कोने-कोने से ज्योतिष विद्या से संबंधित विद्वानों को आमंत्रित किया है। इस मौके पर ज्योतिषाचार्य और पंचागकार अपनी बात रखेंगे।