जिले के पांच पुलिसकर्मियों को बुधवार को घूस लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आरोपी पुलिस कर्मियों पर जिले के एक व्यापारी को डरा धमकाकर जबरन वसूली और फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप है।
अपर पुलिस अधीक्षक महेश अत्री ने गुरुवार को मीडिया से बताया कि ग्राम महुआ थाना हलधरपुर के व्यापारी दिनेश गुप्ता ने शिकायत की थी कि 28 मई 2024 को उनकी पिकअप सामान भरकर मऊ जा रही थी। जैसे ही पिकअप सिकटिया पुल के पास पहुंची जहां थाना सारा लखंसी के दो सिपाही देव कुमार सोनकर और सुजीत यादव ने पिकअप को रोका और उसे थाना सरायलखन लेकर आए। वहां पर मौजूद एक सिपाही जयसल ने पैसे की डिमांड की और पिकअप को 4 घंटे वहीं पर रोक रखा और पैसे लेकर के ही पिकअप को छोड़ा गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक मऊ को एक शिकायती पत्र दिया गया और जांच में सिटी के मुंशी हेड कांस्टेबल अभिषेक की भी संलिप्तता पाई गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन के आदेश पर एक यातायात पुलिसकर्मी समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
व्यापारी के शिकायती पत्र पर कड़ा एक्शन लेते हुए पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन ने थाना सराय लखनसी में तैनात आरक्षी सुजीत यादव, देव सोनकर, जयसल और सिटी कार्यालय में तैनात कांस्टेबल अभिषेक कुमार सहित यातायात में तैनात आरक्षी राजकरण सरोज को निलंबित कर दिया और जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस अधीक्षक के इस कड़े एक्शन से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई से इतना साफ है कि महकमा जीरो टॉलरेंस पर काम कर रहा है और आरोपी कोई भी हो उसे बक्शा नहीं जाएगा।