अवधनामा संवाददाता
जलालपुर अम्बेडकरनगर । सराय चौक स्थित रौज -ए-हजरत कासिम में सालाना चार दिवसीय तब्लीग़ी मजालिस के तीसरे दिन अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ पड़ा। महिलाओं व पुरुषों से दरगाह परिसर भरा रहा।सुबह की मजलिस को मौलाना सैयद रजी हैदर हैदरी उत्तराखंड ने खिताब करते हुए कहा कि बेसहारा, विधवा मजलूमों एवं जरूरतमंदों की खबरगीरी करने वाला व्यक्ति ही इस्लाम धर्म का सच्चा हितैषी है। उन्होंने कहा कि मन,वचन एवं कर्म से सबके हित में लगा रहने वाला व्यक्ति समाज में सम्मान का हकदार होता है। दूसरी मजलिस को मौलाना सैयद इब्ने अब्बास बाराबंकी ने खिताब करते हुए कहा कि मुल्क को नुक्सान पहुंचाने वाला व्यक्ति कभी देश का हितैषी नहीं हो सकता। मजलिस के पूर्व अंसार हुसैन,अमीर हैदर,सरवर हुसैन,अंसर जलालपुरी ने पेश ख्वानी किया। उक्त अवसर पर शमशीर अली, नज़र अब्बास,इनाम जाफरी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में सिब्ते हसन, अलमदार हुसैन, कौसर अली,जाफर मेंहदी, सैफ़ अब्बास राजू, इमरान रज़ा अली असगर सक्रिय हैं।
=हुसैन दिवस 30 मई को। सालाना तब्लीग़ी मजालिस के अंतिम दिन तीस मई की रात्रि में हुसैन डे पर शायरों का जमावड़ा होगा, वहीं यश भारती पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर डॉ अब्बास रज़ा नय्यर द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘जलालपुर एवं कर्बला’ का विमोचन भी किया जाएगा।कार्यक्रम के संयोजक इब्ने अली जाफरी ने बताया कि हुसैन डे पर नायाब हल्लौरी, मीर नज़ीर बाकरी, इफहाम उतरौलवी,अब्बास इफ्तेखारी,वकार सुल्तानपुरी, जाहिद कानपूरी, सुहैल बस्तवी,जफर आज़मी, ज़ुहैर सुल्तानपुरी ,जाहिद जलालपुरी, अंसर जलालपुरी,रहबर सुल्तानी, शबाब जलालपुरी, रेहान,अमीन जलालपूरी,हकीम जुल्फेकार, मेंहदी उस्मानपुरी, वारिस जलालपूरी,जवाद जलालपुरी अपना कलाम पेश करेंगे।