लखनऊ। नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर को मेट्रो, हाई स्पीड रैपिड रेल व सड़क मार्ग से सीधा जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, नई दिल्ली से सीधा जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इसके लिए रैपिड रेल और मेट्रो एक बेहतर विकल्प है। भारत सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम से इस संबंध में परामर्श प्राप्त कर प्रस्ताव तैयार किया जाए। प्रदेश सरकार इसके लिए सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर की बेहतर कनेक्टिविटी के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि हमें अगले वर्ष फरवरी में जेवर एयरपोर्ट के रनवे पर ट्रायल लैंडिंग कराना है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रनवे निर्माण व लाइटिंग आदि से जुड़े कार्य तेज गति से कराए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जेवर क्षेत्र की पहचान अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हो रही है। जेवर एयरपोर्ट के पास ही फिल्म सिटी प्रस्तावित है। कुछ वर्षों पहले तक यह पूरा क्षेत्र अपराध की जद में था। दिन-दहाड़े छिनैती, लूट की घटनाएं होती थीं। अगले कुछ वर्षों में यह क्षेत्र एनसीआर का सबसे विकसित क्षेत्र होगा।
जेवर एयरपोर्ट, एयर कार्गो का बड़ा हब बनने जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक जेवर एयरपोर्ट वर्ष 2024-25 में प्रति वर्ष 65 लाख यात्रियों को सेवायें देगा। वर्ष 2042-43 तक यह संख्या बढ़कर सात करोड़ यात्री प्रतिवर्ष होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री को रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी के उद्देश्य से स्थानीय चोला से रुंधी तक करीब 98 किलोमीटर की दूरी तक एक नई रेल लाइन बिछाने पर भी विचार किया जा रहा है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के स्तर पर कार्यवाही चल रही है।
योगी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को इसके लिए भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा व जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नए थानों, फायर स्टेशन, ड्रेनेज व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम, उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, एनएचएआई और प्रदेश सरकार के अधिकारी उपस्थित थे।