अवधनामा संवाददाता
पंचायत भवन में सचिव ने महिलाओं को दी जानकारियां
ललितपुर। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्द्रोदय कुमार के निर्देशानुसार सचिव कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में पंचायत भवन विरधा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ललितपुर एवं राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली के तत्वाधान में विधान से समाधान कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं के खिलाफ अपराध पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अपर जिला जज/सचिव कुलदीप सिंह, तहसीलदार चन्द्रकान्त तिवारी, चौकी इंचार्ज प्रवीण गिरी, रिर्सोस पर्सन सुश्री निधि सिंह व पूजा रैकवार ने महिलाओं को कानून में पुरूषों के बराबर अधिकार दिये गये है। उनके द्वारा घेरलू हिंसा कानून, लैंगिक उत्पीडऩ से संबंधित कड़े कानूनी प्रावधान, हिन्दू उत्राधिकार अधिनियम में महिलाओं को बराबर साम्पत्तिक अधिकार निशुल्क विधिक सहायता, पीडि़त प्रतिकर योजना आदि विषयों पर जानकारी दी गयी। महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के संबंध में चल रही सरकारी योजनाओं बेटी पढ़ाओं-बेटी बचाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, सुमंगल योजना, मातृत्व लाभ-योजना की जानकारी दी गयी और आम नागरिकों से अपील की जाती है कि वे आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर वाहनों से संबंधित ई-चालान, आपराधिक शमनीय वाद, बैंक वसूली वाद, भूमि अधिग्रहण वाद, पारिवारिक/वैवाहिक मामलें , मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद, विद्युत अधिनियम, स्टाम्प अधिनियम, श्रम अधिनियम, भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, उपभोक्ता फोरम के वाद, स्थायी लोक अदालत में लंबित वाद, नगर पालिका टैक्स वसूली वाद, पुलिस अधिनियम के अन्तर्गत चालान वाद, दुकान एवं वाणिज्य अधिनियम के अधीन बांट माप वाद, आयकर, वाणिज्य कर, जलकर, वन अधिनियम, सेवा संबंधी वाद, चेक बाउन्स के मामलें आदि के अन्तर्गत लंबित वादों एवं अन्य वादों के निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत में किये जायेगें। वादकारीगण से अनुरोध है कि वे अपने लंबित वादों को आपसी सुलह समझौता के आधार पर निस्तारित कराना चाहते हों तो 09 दिसम्बर 2023 को समय 10 बजे जनपद न्यायालय परिसर में उपस्थित होकर अपने वादों का निस्तारण कराकर राष्ट्रीय लोक अदालत का लाभ उठायें। इस दौरान चेतराम निरंकारी एड., शब्बीर खां मंसूरी, जयराम प्रतिनिधि प्रोवेशन कार्यालय, रोहित राठौर, विकास एवं महिलायें उपस्थित हुये। शिविर का संचालन रामगोपाल अहिरवार पैनल लॉयर ने व आभार ग्राम प्रधान विरधा मीरा देवी ने व्यक्त किया।