अवधनामा संवाददाता
आज़मगढ़।अध्यक्ष, जिला पंचायत एवं एकीकरण समिति के अध्यक्ष श्री विजय यादव ने 19 नवंबर से 25 नवंबर 2023 तक मनाए जाने वाले कौमी एकता सप्ताह या राष्ट्रीय एकता सप्ताह के अवसर पर विकास भवन के सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि देश को एक रखने के लिए सभी कौमों को एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को देश के हित में अपनी जिम्मेदारियां को निभाएं, इसके मूल उद्देश्य को आने वाली पीढ़ी को बताना चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि समाज को सुधारने के लिए सभी वर्ग के लोगों को आगे बढ़कर अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महापुरुषों ने जो आजादी हमें दी है, उसके महत्व को आने वाली पीढियां को बताना हम लोग का कर्तव्य है। उन्होंने कहा की उज्जवल समाज को बनाने में सभी वर्गों को बिना भेदभाव एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विविधता में एकता ही हमारी पहचान है। उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखें। एकीकरण, कौमी एकता के तहत गंगा जमुनी तहजीब को हम सभी को मिलकर बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि कौमी एकता सप्ताह के दौरान सेमिनार, संगोष्ठी, सांस्कृतिक, गतिविधियां, धर्मनिरपेक्षता,अहिंसा, सौहार्द,विरोधी सांप्रदायिकता, सांस्कृतिक एकता, कमजोर वर्गों के विकास और खुशहाली, अल्पसंख्यकों की महिला और संरक्षण के मुद्दों को उजागर करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि पूरे सप्ताह का समारोह पुरानी परंपराओं, संस्कृति और सहिष्णुता की कीमत और भाईचारे की भारतीय समाज में एक बहुधार्मिक और बहुसांस्कृतिक धर्म की पुष्टि करने के लिए सभी को एक नए अवसर प्रदान करता है। यह सांप्रदायिक सौगात बनाए रखने के लिए देश में निहित शक्ति और लचीलेपन को उजागर करने में सहायता करता है। राष्ट्रीय एकता समारोह के दौरान भारत की स्वतंत्रता और ईमानदारी को संरक्षण और मजबूत करने की प्रतिज्ञा ली जाती है, प्रतिज्ञा में यह दृढ़ निश्चय किया जाता है कि सभी प्रकार के मतभेदों के साथ ही भाषा, संस्कृति, धर्म, क्षेत्र और राजनीतिक आपत्तियों के विवादों को निपटने के लिए अहिंसा शांति और विश्वास को जारी रखा जाएगा। श्री विजय यादव ने कहा कि राष्ट्रीय एकता सप्ताह के दौरान 19 नवंबर को राष्ट्रीय एकता दिवस, 20 नवंबर को अल्पसंख्यक कल्याण दिवस, 21 नवंबर को भाषाई सद्भाव दिवस, 22 नवंबर को कमजोर वर्गों का दिवस, 23 नवंबर को सांस्कृतिक एकता दिवस, 24 नवंबर को महिला दिवस एवं 25 नवंबर को संरक्षण दिवस मनाया जाएगा।
संगोष्ठी को रविंद्र नाथ राय, कन्हैया लाल, प्रेमी जी, जयप्रकाश,अनीश विजय कुमार वर्मा जी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के प्रतिनिधि श्री विनय सिंह यादव जी ने भी अपने विचार रखे।