अवधनामा संवाददाता
जैदपुर बाराबंकी। नगर पंचायत क्षेत्र में लाखों रुपए खर्च कर कराए गए कार्यो के लिए टेंडर प्रक्रिया का पालन ही नही किया गया। या यह कहा जाए कि बिना टेंडर निकाले ही काम के नाम पर लाखों के बारे न्यारे कर दिए गए। यह सब बिना मिलीभगत के तो मुमकिन ही नही है। उस पर यहां तैनात ईओ का बयान भी कम हैरत में नही डालता।
बताते चलें कि नगर पंचायत में अध्यक्ष को कुर्सी सम्भाले ज्यादा वक्त नही हुआ है और खेल शुरू हो गए। वैसे भी वर्तमान अध्यक्ष मनचाहे अधिकारी की तैनाती के लिए एडी चोटी का जोर लगाए हुए थे। आमतौर पर अध्यक्ष के कुर्सी पर बैठते ही पहला काम यही होता है। वही इस नगर पंचायत में भी हुआ। इस तैनाती के साथ ही नगरीय वार्डो में खेल भी शुरू हो गए। गौर करने लायक बात यह है कि नगर के कई वार्डो में बिना टेंडर प्रक्रिया अपनाये ही लाखो के कार्य करवा दिए गए। इसकी किसी को भनक तक नही लगी। जैसे कि बड़ी सरकार की तरफ इंटरलॉकिंग का कार्य हुआ। इसी तरह नाला सफाई भी करवाई गई। नगर पंचायत क्षेत्र में गड्ढा मुक्ति का कार्य कराया गया। अब यह किस मद से, किसके प्रस्ताव पर और किसके इशारे पर हुआ, इस पर रहस्य बरकरार है। सामान्य तौर पर टेंडर प्रकाशन और प्रस्ताव के बाद ही विकास कार्यों की शुरुआत होनी चाहिये लेकिन जैदपुर में ऐसा नही हुआ। आमजन में भी चर्चा का माहौल बना हुआ है। चुनाव हुए ज्यादा समय गुजरा नही और टेंडर प्रक्रिया के तहत कब प्रकाशन हो गया। यह समझ से परे है। यह कहा जा सकता है कि लाखों के वारे न्यारे की नींव डालने की तैयारी की जा चुकी है।
इस बारे में जब यहां तैनात अधिशासी अधिकारी से बात की गई तो उनका जवाब हैरान करने वाला रहा, जिन्हें इस मामले की पूरी जानकारी होनी चाहिए उन्होंने बताया कि अगर कार्य हुए हैं तो टेंडर प्रक्रिया के तहत ही हुए होंगे, मैं पत्रावली देखकर ही बता सकूँगा।