नई दिल्ली। सरदार वल्लभभाई पटेल की 148वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने मंगलवार को गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने देश को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई, जिसमें मौजूद लोगों ने देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा में अपना योगदान देने का संकल्प लिया।
केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस परेड किया गया। जिसमें सबसे पहले विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों ने हिस्सा लिया। इसके बाद सीमा सुरक्षा बल की टुकड़ी परेड में शामिल हुई। वहीं, नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई गणमान्य लोगों ने सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने पटेल को याद करते हुए एक्स पोस्ट पर लिखा, “सरदार पटेल की जयंती पर हम उनकी अदम्य भावना, दूरदर्शी राजनेता और असाधारण समर्पण को याद करते हैं, जिसके साथ उन्होंने हमारे देश की नियति को आकार दिया। राष्ट्रीय एकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमारा मार्गदर्शन करती रहती है। हम उनकी सेवा के सदैव ऋणी रहेंगे।”
1875 में गुजरात में जन्मे पटेल एक वकील थे और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक प्रमुख कांग्रेस नेता और महात्मा गांधी के सहयोगी के रूप में उभरे। स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में उन्हें अपने अनुनय और दृढ़ता के मिश्रण से सैकड़ों रियासतों को संघ में एकजुट करने का श्रेय दिया जाता है।
राजधानी के पटेल चौक पर आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति, धनखड़, शाह और अन्य लोगों ने भारत के पहले गृह मंत्री की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसे ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में शाह ने कहा कि भारत की एकता और समृद्धि सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन का एकमात्र उद्देश्य था। शाह ने कहा कि अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, राजनीतिक ज्ञान और कड़ी मेहनत से पटेल ने 550 से अधिक रियासतों में विभाजित भारत को एक एकजुट राष्ट्र बनाने के लिए काम किया था।