लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता श्री राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में आज 7 जिलों के 40 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान से प्रत्याशियों का भाग्य निर्णय हो गया। पिछले छः चरणों की तरह सातवें चरण में भी साइकिल सबसे आगे दौड़ी है और कांग्रेस-समाजवादी गठबंधन को दो तिहाई बहुमत का जनता से आशीर्वाद मिला है।
उत्तर प्रदेश में हुए अब तक के चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने विकास को केंद्र में रखकर जैसा अथक चुनाव प्रचार किया उससे मतदाता काफी प्रभवित रहे क्योंकि विपक्षी भाजपा और बसपा नेता खासकर असंयत और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते रहे थे। जनता को यह भी आंकलन करना था कि किसके पास जनहित के कामों की सूची है और कौन केवल झूठे वादो की जुमलेबाजी कर रहा है।सातवें और अंतिम चरण में श्रीमती डिम्पल यादव, श्री अखिलेश यादव और श्री राहुल गांधी के युवा नेतृत्व के सामने भाजपा के प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी फीके नज़र आए। बसपा सुप्रीमों तो हर सभा में सोते हुए श्रोताओं के बीच लिखा भाषण ही पढ़ती रहीं। मुख्यमंत्री जी के रोड शो से भाजपा इतना भयभीत हुई कि स्वयं प्रधानमंत्री जी तीन दिनों तक वाराणसी में डटे रहे। श्रीमती डिम्पल यादव की वजह से आधी आबादी का रूझान साइकिल निशान की तरफ रहा।
मतदाताओं ने यह भी देखा है कि जहां समाजवादी पार्टी ने अपने विकास कार्यों की ठोस जमीन पर प्रचार किया वहीं भाजपा सांप्रदायिकता को बांटने लगी थी और बसपा भी उसी रास्ते पर चल रही थी। धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र का भाजपा-बसपा से कोई वास्ता नहीं रहा। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव पर जनता का भरोसा है और फिर उनके नेतृत्व में समाजवादी सरकार बनने का उत्तर प्रदेश की जनता को पूरा विश्वास है।
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