जस्टिस रंजन गोगोई ने बुधवार को देश के 46वें चीफ जस्टिस पद की शपथ ली. CJI गोगोई इस पद पर पहुंचने वाले पूर्वोत्तर के पहले मुख्य न्यायाधीश हैं.
उनका कार्यकाल 17 नवंबर 2019 तक रहेगा. मीडिया जानकारी के अनुसार चीफ जस्टिस गोगोई के पास अपने नाम से कोई घर नहीं है. कोई गहने भी नहीं हैं. न ही कार है और न ही बैंक का लोन है.
अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सोमवार को जस्टिस दीपक मिश्रा के सम्मान में रखे गए एक कार्यक्रम में भी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की आय को लेकर चिंता जताई थी.
उनका कहना था कि जजों की जीवनभर की कमाई और अन्य संपत्तियां भी मिलाकर उतनी नहीं होती, जितनी सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील की एक दिन की आय होती है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को महीने में एक लाख रुपए वेतन मिलता है. वहीं नामी वकील एक दिन में 50 लाख रुपए से ज्यादा तक कमा लेते हैं.