लखनऊ। गत 5 अक्टूबर से राजधानी के बरहा, आलमबाग में चल रही कृष्णलीला तथा रामलीला में शनिवार को अंतिम दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। दोपहर को कृष्णलीला के नौवें दिन कंस वध का मंचन किया गया। रात्रि में रामलीला के दसवें दिन राम सेना का मुकाबला रावण की सेना ने किया। मथुरा से आए आदर्श रामलीला एवं रासलीला मण्डल ने भावपूर्ण ढंग से युद्ध का मंचन किया। लक्ष्मण जी को शक्ति लगना,हनुमान जी का संजीवनी लेने जाना, सुषेन वैद्य द्वारा लक्ष्मण को ठीक करना, अहिरावण द्वारा राम लक्ष्मण का अपहरण होना, हनुमान जी द्वारा अहिरावण करना और इसके बाद कुम्भकरण वध तक लीला का मंचन किया गया। समिति के कोषाध्यक्ष विश्वजीत ने बताया की सुन्दर मंचन के लिए मथुरा से आए आदर्श रामलीला एवं रासलीला मण्डल के व्यास सूरज प्रसाद, तबला वादक खुशीराम झा और कलाकारों ओम प्रकाश, दुर्गा प्रसाद, विशाल, राहुल, राम नंदन, खजान इत्यादि का श्री त्रिकोलेश्वर नाथ मंदिर एवं रामलीला समिति ने विशेष आभार व्यक्त करते हुए सम्मानित किया। दस दिनों तक इस मण्डल की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने रामलीला मैदान को वृंदावन और अवध का सजीव रूप प्रदान कर दिया है।
समिति के अध्यक्ष रमेश लोधी ने बताया कि रविवार को सांय ठीक 6 बजे बाराबिरवा, फिनिक्स मॉल से भव्य श्रीराम शोभायात्रा का आरम्भ होगा जो कि कानपुर रोड़ पर आलमबाग चौराहा, बस अड्डा, टेढ़ी पुलिया, राजकीय उद्यान, आनन्द नगर होते हुए बरहा रेलवे कालोनी के दशहरा मेला मैदान में पहुंचेगी। शोभायात्रा में राजधानी के प्रमुख ब्रास बैंडों के साथ मनमोहक झांकियां विशाल रथों पर विराजमान होंगी। समिति के विशेष सचिव शिवम् ने बताया कि मैदान में आतिशबाजी के दौरान पुरस्कारों का वितरण मुख्य अतिथि द्वारा करने के बाद राम सेना का मुकाबला रावण की सेना से होगा और उसके बाद मेघनाद तथा रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा। दशहरा मेला तीन मैदानों में आयोजित किया जा रहा है जिसमे एक मैदान में झूले, दूसरे में खाने – पीने के स्टॉल और तीसरे मैदान में मुख्य मंच के साथ आतिशबाजी तथा पुतला दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।