SATEESH SANGAM—————
सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन की कमी तो वही प्राइवेट अस्पतालों में पैसो की बढोतरी, आखिर गरीब परिवार के लोग इलाज करवाने जाए तो जाए कहा ?
एक सर्वे के मुताबिक यूपी में बच्चों की मरने की संख्या 300 से ज्यादा हो चुकी है। जिसके बाद केंद्र के सभी राज्यों के साथ साथ अलग देशों में भी इस खबर से लोग आश्चर्यजनक है।
अभी पिछले दिनों की बता हैं जहा यूपी के गोरखपुर आरडी मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की कमी होने से लगभग सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई। वहीं फर्खूबाद में भी आक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत की संख्या 41 से भी उपर से हो चुकी है।
अब बात की जाए बच्चों की मौत होनी की वजह तो साफ तौर पर यह समझा जाए। जितने भी बच्चों की मौत आक्सीजन की कमी से हुई है उसमें ज्यादातर गरीब परिवार के बच्चे शामिल थे। जिनकी वजह साफ तौर पर पैसो की कमी।
क्योंकि की गरीब परिवार के लोगों के पास इतना पैसा नहीं है कि ओ अपने बच्चों का इलाज एक अच्छे प्राइवेट अस्पताल में करवा सके।
आप को बता दे कि यूपी राज्य के तमाम उन गावों से यह खबर मिली है जहाँ पर ज्यादातर गरीब परिवार के लोग रहते हैं। जिनके पास एक पल खाने के लिए पैसे नहीं हैं वे लोग बताते हैं कि जितनी भी सरकारी अस्पताल है उनमें ज्यादातर रोगों के लिए दवाईयाँ उपलब्ध नहीं होती है जिसकी वजह से मजबूर गरीब परिवार के लोग इलाज करवाने से परे हो जाते है। आगे बताते हैं कि सरकारी कोटा से तमाम अस्पतालों में लगभग सभी रोगों के लिए दवाइयाँ भारी मात्रा में आती है लेकिन प्रशासन और डाक्टर की मिली भगत से सारी दवाइयों को प्राइवेट अस्पतालों में बेच दिया जाता है। जिसकी वजह से हम गरीब परिवार के लोग इलाज करवाने से चूक जाते हैं। अंततः परिवार के लोगों की इलाज न करवाने से मौत हो जाती है।
https://www.youtube.com/watch?v=kMFCjzj29nE&t=1s