विभाग के कर्मचारी है डॉक्टर मिलकर मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं

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panch dev yadav……………………..
डॉक्टर द्वारा गरीब प्रसूताओं पर नही दिया जाता ध्यान 
डॉक्टरों की लापरवाही के चलते नवजात शिशु की मौत मामला दर्ज।
 लखनऊ।प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प करने में लगी है वही विभाग के कर्मचारी है डॉक्टर मिलकर मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं सख्त चेतावनी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के लोग सुधारने का नाम नहीं ले रहे है जहां एक ओर शिशु मृत्यु दर कम करने का है वही मातृ मृत्यु दर कमी लाने पर जोर दिया जा रहा है। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी सीएचसी स्तर पर अस्पतालों में विशेषकर प्रसूताओं को उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं और लापरवाही के चलते रहे हैं नवजात शिशु आकाल काल के मुंह में समा रहे हैं इसी तरह का एक प्रकरण मलिहाबाद पर आया क्षेत्र के ग्राम रसूलाबाद निवासी कौशल ने पत्नी शीलम विगत 4 मई को 12:30 बजे प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी को भर्ती कराया उस समय पत्नी शीलम की हालत बिल्कुल सामान्य थी भर्ती के बाद मौजूदा स्टाफ ने हम पर कोई ध्यान नहीं दिया और कहा अभी बच्चा होने में देर है तत्पश्चात मौजूदा स्टाफ़ की लापरवाही के चलते दूसरे कामों में लगे रहे 7:00 बजे से शीलम को प्रसव वेदना होने लगी साथ में आए तीमारदारों ने मौके पर मौजूद स्टाफ नर्स रेनू व स्टाफ आया रामदेवी से उपचार करने को कहा परंतु शीलम रात भर प्रसव वेदना से रात भर तड़पती रही। तब तक उचित उपचार ना मिलने से अगले दिन सवेरे लगभग 8:00 बजे बच्चे को जन्म दिया परंतु मरा पैदा हुआ यह देखकर परिजन सकते में आ गए और हंगामा खड़ा कर दिया परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ व डॉक्टर शक्ति माहौर की लापरवाही के चलते जान गई यह बात आशा बहू रूबी से भर्ती के समय ही बता दिया गया था कि प्रसूता बहुत कमजोर है जिसको प्रसव के लिए डफरिन कुरमेरी हॉस्पिटल लखनऊ में उपचार संभव है परंतु आशा बहू ने लापरवाही करते हुए घरवालों को सही बात नहीं बताई और शीलम को छोड़कर घर चली गई रात में तकलीफ बढ़ने पर बुलाने के बावजूद भी नहीं आयी। वहीं परिजनों ने मलिहाबाद थाने में तहरीर देकर डॉक्टरों द्वारा की गई लापरवाही से हुई नवजात की मौत का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है पुलिस ने नवजात का शव पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
क्या कहते है जिम्मेदार
इस प्रकरण पर अधीक्षक डॉक्टर हसन रजा ने कहा कि प्रसूता के पेट में बच्चा उल्टा था प्रसव के समय बच्चे की गर्दन फसने से दम घुट गया जिसके कारण उसकी मौत हो गई क्योंकि प्रसूता महिला पर्याप्त प्रेशर नहीं दे सकी वहीं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शक्ति माहौर ने कहा कि प्रसूता के घर वालों को अच्छी तरह मालूम था कि बच्चा उलटा है उन्हें संभावित खतरों से अवगत करा दिया गया था फिर भी वह लोग प्रसूता को शहर के अस्पताल नहीं ले गए जच्चा द्वारा प्रेसर ना दे पाने के कारण दम घुटने से नवजात शिशु की मौत हो गई
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