विवि में भारत रत्न से सम्मानित दो महापुरषों के परिसर को नमन करने का अवसर मिला – राष्ट्रपति 

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 विवि में भारत रत्न से सम्मानित दो महापुरषों के परिसर को नमन करने का अवसर मिला – राष्ट्रपति 
विवि के दीक्षांत समारोह में आये माननीय राष्ट्रपति ने कहा कि इस परिसर में आंबेडकर भवन और अटल बिहारी वाजपेयी सभागार के होने से भारत-रत्न से सम्मानित दो महापुरषों को नमन करे का अवसर मिला। 
बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में सातवाँ दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे भारत के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद, देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, प्रदेश के राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रामनाईक, प्रदेश के शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन , कैट के चेयरमैंन प्रमोद कोहली ,यूजीसी के चेयरमैन प्रो बीएस चौधरी, विश्विद्यालय के कुलपति प्रो आर सी सोबती समेत अन्य पदाधिकारी, शिक्षक व गोल्डमेडलिस्ट क्षात्रगण भी मौजूद रहे। 
विवि के सातवें दीक्षांत समारोह में चुनिंदा चार मेधावी छात्र-छात्राओ को राष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल से नवाजा गया जिसमें एमएससी एप्लाइड मैथमेटिक्स के विकास चौरसिया (94.69 फीसदी) और एससीएसटी वर्ग में महेन्द्र (89.06 फीसदी), एमएससी इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी की रिचा वर्मा (90.83 फीसदी) और एससीएसटी वर्ग में एप्लाइड इकोनॉमिक्स के मंजेश कुमार शामिल राष्ट्रपति ने गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया।  
समय का अभाव होने की वजह से माननीय राष्ट्रपति के जाने के बाद विवि के कुलपति सोबती द्वारा ही बीएड डिपार्टमेंट की छात्रा अनीता समेत अन्य छात्र  – छात्राओ को गोल्डमैडल से नवाजा गया। 
 दीक्षांत समारोह में 566 छात्राओं सहित कुल 1079 विद्यार्थियों को उपाधि दी गई। तथा 122 छात्राओं और 70 छात्रों को पदक दिए गए
विवि के 7वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा की बेटियों की तरक्की देखकर खुशी होती है। बेटियों को जितने अधिक अवसर मिलेंगे देश उतनी ही तरक्की करेगा।
राष्ट्रपति ने कहा 2002-03 में जब मैं राज्यसभा सभा सदस्य था तो उसी दौरान अम्बेडकर विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट का सदस्य भी था। ऐसे में आज विश्वविद्यालय की तरक्की को देखकर प्रशन्नता हो रही है।
आगे कहा कि विवि में केवल 13 वर्ष की उम्र में पीएचडी कर रही सुषमा वर्मा और अंतरास्ट्रीय स्तर पर पुरूस्कार पाने वाली नीलू शर्मा के रूप में दो नए उदहारण मेरी असाधारण बेटियों की सूची में जुड़ गए है। मुझे भारत की इन बेटियों पर गर्व है। 
वही माननीय राज्यपाल रामनाईक ने गोल्डमैडल पाये मेधावी छात्र-छात्राओ को बधाई देते हुए कहा कि, दीक्षांत समारोह में में लड़को से ज्यादा लड़कियो को गोल्डमैडल से नवाजा जा रहा है, इससे साफ है कि अब कुछ समय के बाद लड़कियों को नहीं बल्कि लड़को को आरक्षण मांगना पड़ेगा। इस बात से ख़ुशी है कि अब लड़किया भी आगे बाद रहे है। 
अंततः राष्ट्रपति के हाथो पाए गए छात्रों के कहा कि आज का दिन हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है क्यों कि माता- पिता के सहयोग शिक्षकों के मार्गदर्शन से और हम हम लोगों की कड़ी मेहनत की वजह से आज दीक्षांत समारोह में माननीय  राष्ट्रपति के हाथो गोल्डमेडल लेने का मौका मिला।  
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