कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा है कि देश का पूरा ढांचा आर्थिक आतंकवादियों को संरक्षण देने का काम कर रहा है.
कांग्रेस पार्टी के नेता सचिन पायलट का कहना है कि “भगोड़ा व्यापारी मेहुल चौकसी के घोटाले से जुड़े सारे दस्तावेज़ वित्त मंत्रालय, SFIO और दुसरे विभागों को 2015 में ही भेज दिए गए थे. वित्तमंत्री की बेटी सोनाली जेटली और उनके दामाद को मेहुल चौकसी की फ़र्म ने हायर किया. बाद में इन लोगों ने पैसे ये कहते हुए लौटा दिये कि हमने इनका कोई काम नहीं किया. यह राशि 24 लाख रुपये हमारे पास बैंक स्टेटमेंट है जिस खाते से पैसे वापस आए हैं.”
उन्होंने कहा कि मेहुल चौकसी के भागने के बाद फर्म ने पैसे लौटाए, हमको यह जानने का अधिकार है कि किस बुनियाद पर वित्त मंत्री की बेटी और दामाद के लॉ फ़र्म को हायर किया गया था.
कांग्रेस नेता राजीव सातव ने कहा कि पूरे मामले में मेहुल चौकसी और वित्त मंत्री के बेटी-दामाद की मिलीभगत थी. 24 लाख खाते में जमा करना क्या वित्त मंत्री को पता था? किसलिये ये पैसा दिया गया? क्या भागने में मदद के लिए? बाद में ये पैसा सरकार को वापस क्यों नहीं किया गया? क्यों मेहुल और नीरव को वापस किया? पीएम से सवाल है कि क्यों नहीं वित्त मंत्री से इस्तीफा लेते हैं.