BRIJENDRA BAHADUR MAURYA…………..
चापेकर बंधुओ ने देश को गुलामी की जंजीरो से छुड़ाने का संकल्प लिया था
लखनऊ।राजधानी के खालसा इंटर कॉलेज नाका हिंडोला चारबाग में स्वतंत्रता की लड़ाई में अमर शहीद चापेकर बंधू को श्रधांजलि देने के लिए गुरुद्वारा रिफॉर्म्स कमेटी ने एक कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि के रुप में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक तथा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह ने शिरकत की। कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने अमर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके बलिदान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर लखनऊ गुरुद्वारा रिफॉर्म कमेटी की प्रशंसा की तथा अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा की चापेकर बंधुओ में दामोदर चापेकर,बालकृष्ण चापेकर एवं वासुदेव चाफेकर पूना के निवासी थे।उनके पिता श्री हरि भाऊ चापेकर प्रसिद्ध कीर्तनकार थे तथा उनकी माता श्रीमती लक्ष्मी बाई एक धर्म परायण व देशभक्त महिला थी। तीनो ने जब युवावस्था में कदम रखा तो एक बार लोकमान्य तिलक की ओजस्वी वाणी में उनके मन में राष्ट्रीयता का सागर भर दिया और इसी से अभिभूत होकर उन्होंने देश को गुलामी की जंजीरों से छुड़ाने का मन में संकल्प ले लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि के रुप में स्वाति सिंह राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने अमर शहीदों के त्याग और बलिदान के बारे में विस्तार से बताया तथा संस्था के पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था समय समय पर और भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित मिलेनियम स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती मंजुला गोस्वामी ने इस पुनीत अवसर पर कहा की यह कार्यक्रम कर बड़ा ही सराहनीय है।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के अध्यक्ष सरदार चरणप्रीत सिंह ने आए हुए अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एवं संस्था के संरक्षक में कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।कार्यक्रम में संस्था के अन्य पदाधिकारी सरदार सुरजीत सिंह छाबड़ा उपाध्यक्ष,सरदार गगनदीप सिंह बग्गा उपाध्यक्ष,सरदार भुवन सिंह ओबेराय मंत्री,सरदार जसपाल सिंह ऑडिटर तथा अन्य सदस्य सरदार संदीप सिंह सरना,सरदार हरदीप सिंह, सरदार सतपाल सिंह तथा सरदार गुरप्रीत सिंह भी मौजूद थे।