अवधनामा संवाददाता
प्रदर्शन कर सिटी मस्ट्रिट का सौंपा ज्ञापन
बांदा। प्रदेश में भीषण गर्मी के दौरान हो रही अंधाधुंध बिजली कटौती के विरोध में गुरुवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रदर्शन कर जिला अधिकारी के माध्यम से यूपी के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर विद्युत कटौती बंद करने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अवधेश सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं में कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और इस संबंध में एक मांग पत्र एडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है। इस ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है। जिससे जनता में आक्रोश व्याप्त है। पूरे प्रदेश में बिजली कटौती का संकट लोग झेल रहे हैं। गर्मी के वजह से अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं जिनकी मौतें भी हो रही हैं। अकेले पूर्वांचल में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। अस्पतालों में भर्ती मरीज गर्मी से बेहाल होकर भाग रहे हैं और गर्मी के कारण तमाम बीमारियां का शिकार हो रहे हैं। बिजली आपूर्ति न होने की वजह से ही बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हो रही हैं। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अध्यक्ष ने कहा कि यह मौतें स्वाभाविक नहीं है। हल्की यह मौतें सीधे-सीधे हत्या हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 27 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है। जबकि प्रदेश में सिर्फ 4 हजार मेगा वाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। 23 हजार मेगा वाट बिजली बाहर से खरीदी जा रही है। इसके बावजूद 10 से 12 घंटे बिजली कटौती हो रही है। अघोषित बिजली कटौती से लोग बेहद परेशान हैं ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि बिजली विभाग में वर्तमान में 100000 कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन केवल 34000 कर्मचारी बिजली विभाग में कार्यरत है। 66000 कर्मचारियों की कमी है जिसकी वजह से विभाग ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। ट्रांसफार्मर फूक रहे हैं जगह-जगह तार टूट रहे हैं कर्मचारियों के अभाव में काम नहीं हो पा रहा है और लोग गर्मी में रहने को मजबूर हैं। आप अध्यक्ष ने कहा कि वहीं दिल्ली में केजरीवाल सरकार बिना कटौती के लोगों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा रही है। योगी सरकार से जनता जानना चाहती है कि जब दिल्ली की जनता को मुफ्त और बिना कटौती 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सकती है तो उत्तर प्रदेश की जनता को देश में सबसे महंगी और बिना कटौती 24 घंटे बिजली क्यों नहीं उपलब्ध करा रही है।