महिला टी-20 वल्र्ड कप

0
2284

एस एन वर्मा

आईसीसी की महिला टी-20 वल्र्ड कप दक्षिण अफ्रीका के खूबसूरत शहर केपटाउन में शुरू होने जा रहा है। महिला क्रिकेट टीम की बेहतरी के लिये मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष जय शाह ने जो प्रयास किये उसे भुलाया नहीं जा सकता। महिलाओं को पुरूषों के बराबर मैच फीस दिलवाने में उनका प्रमुख हाथ रहा है। उन्होंने महिला क्रिकेट संरचना में प्रभावी कदम उठाये है। बीसीसीआई ने जब से महिला प्रीमियर लीग की घोषणा की है तब से दुनिया भर के क्रिकेट संघ उनकी तारीफ करते अघा नहीं रहे है। उनके प्रयासों के प्रति महिला टीम की कृतज्ञता दिखाने का मौका मिल रहा है। इस महिला टी-20 वल्र्ड कप की ट्राफी जीतकर शाह के प्रति आभार जाहिर करने का सुनहरा मौका होगा।
बीसीसीआई की तारीफ करनी होगी जब से इसने महिला प्रीमियर लींग की घोषणा की है तबसे पूरी दुनियां का नजरिया महिला क्रिकेट को लेकर बदल गया है। जबसे महिला प्रीमियर लीग की घोषणा हुई है तब से पूरी दुनियां में महिला क्रिकेट को लेकर गम्भीरता बढ़ गई है और इसको लेकर गम्भीर चर्चा चल रही है।
भारतीय क्रिकेट टीम ने आईपीएल के पहले सीजन से पहले महेन्द्र सिंह धोनी और उनकी कम्पनी ने टी-20 वल्र्ड कप जीत का धमाका किया था। उसकी धमक अब भी तमाम उतार चढ़ाव के बावजूद जारी है। इसी दक्षिणा अफ्रीका में दो हफ्ते पहले अन्डर 19 की लड़कियों ने पहला वल्र्ड कप जीत कर भारतीय महिला क्रिकेट टीम मे जान फूक दी है। जिसकी चर्चा अब भी होती रहती है। महिला क्रिकेट टीम की कामयाबी ने खेल की हर विधा में महिलाओं को प्रेरित किया है। नई नई लड़कियां महिला खेलो में अपनी उपस्थिति बढ़ाती जा रही है। तारीफ की बात यह भी है कि खेल से ऐसे परिवारों की भी लड़कियां केवल अपने जनून के बल पर जुड़ रही है जिनके परिवारों की आर्थिक स्थिति इस लायक नहीं है। वे कामयाब भी हो रही है।
2017 के बाद से आस्टेªलिया की महिला टीम ने 50 ओवर और 20 ओवर के खेल में अपना वर्चास्व कायम रक्खा है। पर इस बार भारतीय महिला टीम से लोगो को आशा दिख रही है कि आस्टेªलिया महिला टीम को भारतीय महिला टीम ही मात दे सकती है। समय बतायेगा। यह आशा कितनी सफल होती है। क्योंकि हरमन प्रीत की टीम में बालर और आपेनर बहुत अच्छे स्तर की है। इन लागों ने अपने को साबित भी किया है। हालके टी-20 सीरीज जो पांच मैचो की खेली गई थी। उसमें भारत ने एक ही मैच जीता था। पर आस्टेªलिआई टीम को जीतने भी नहीं दिया सिरीज को।
आस्टेªलियाई टीम भारतीय टीम के लिये अहम होगी। क्योेंकि आस्टेªलिआई टीम ने इस फारमेट के सात मैचो के टूर्नामेन्ट में से पांच टूर्नामेन्ट अपने नाम किये है। 2018 और 2020 में चैम्पियन रही। जाहिर है उसकी नज़र अब हैट्रिक पर होगी। भारतीय टीम को इसे लेकर सावधान रहना पडे़गा। क्योकि 1983 में पहली बार जब कपिल देव के टीम ने वन डे का वल्र्ड कप जीता था। तब वेस्टइन्डीज की टीम अपराजेय दिखती थी। वह दो वल्र्डकप लगातार जीत कर तीसरा वल्र्डकप जीत कर हैट्रिक बनाने की तैयारी में थी। इस समय आस्टेªलियाई महिला टीम हैट्रिक बनाने का सपना देख रही है। क्या भारतीय महिला टीम कपिल देव के टीम का करिश्मा दोहरायेगी। समय बतायेगा वैसे हरमन कौर की टीम में पूरी क्षमता है जूझने की। आस्ट्रेलियाई टीम भी हैट्रिक के लिये पूरी तैयारी कर रही है।
एक नाटकीय पहलू याद आता है। वेस्टइन्डिज को वल्र्ड कप में हराने से पहले भारत ने उसे कुछ महीने पहले ही हराया था। उस जीत से कपिल की टीम इतनी उत्साहित थी कि वेस्टइन्डिज को हरा कर वन डे वल्र्ड कप पर अपना झन्डा फहरा दिया। भारतीय महिला टीम के लिये भी कुछ ऐसा ही मौका बन रहा है। कुछ महीने पहले इस महिला क्रिकेट टीम ने टी-20 के एक रोमांचक मैच में आस्टेªलिया को हराया था। क्या यह जीत भी कपिल देव टीम की तरह हरमनप्रीत कौर की टीम को उतसाहित कर इस कप पर झंडा फहरा सकेगी। जबाव के लिये दो हफ्ते सब्र से गुजारना होगा। कपिल देव टीम का कारनामा हरमनप्रीत कौर की टीम ने नया जोश संचार कर सकती है।
पिछले साल महिला टीम ने जिस तरह श्रीलंका को हरा कर एशिया कप जीता था उससे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को महिला टीम के प्रति बहुत आशावान बना रही है। क्योकि जगह जगह इसकी चर्चा जोर शोर से हो रही है। सभी को आशा है कपिल देव का करिश्मा एक बार फिर महिला टीम के हरमनप्रीत कौर में देखने को मिलेगा।
इंग्लैन्ड से भी अक्टूबर में जोरदार मुकाबला किया था। हालाकि सिरीज 2-1 से हार गई थी पर यह तो खेल का पहलू है। भारतीय टीम उत्साह के साथ अपनी तैयारी में जूटी हुई।
महिला टीम दो हफ्ते पहले साउथ अफ्रीका पहुंच गई है। यहां एक त्रिकोणीय सिरीज में हिस्सा भी लिया। फाइनल में साउथ अफ्रीका से हार गई। पर खिलाड़ी हताश नहीं है। अपनी कर्मियो को सुधारने में लगे हुये है।
सकून की बात यह भी है कि अन्डर 19 को जीत दिलाने वाले टीम के कोच अब सीनियर टीम को सिखा रहे है। साथ ही अन्डर-19 टीम की दो सदस्य शेफाली वर्मा और रिचा घोष अपने परफामेन्स के बल पर सीनियर टीम मे ंआ गई है। उप कप्तान स्मृति मन्धाना और शेफाली वर्मा ओपेनिंग की महत्वपूर्ण जोडी है। इनकी तुलना रोहित शर्मा और शेखर धवन की ओपेनिग जोडी से की जा रही है। इन दोनो का शानदार रिकार्ड है। 2020 वल्र्ड कप के बाद 39 पारियो में दोनो ने 1594 रन 115.5 स्ट्राइक रेट पर बनाये है। वल्र्ड कप में 10 टीमे हिस्सा ले रही है। उनमें किसी खिलाड़ी जोड़ी का ऐसी रिकार्ड नहीं है।
भारतीय मीडिया जो पहले महिला क्रिकेट टीम के प्रति उदासीन रहती थी। इस बार बहुत ज्यादा संख्या में दक्षिण अफ्रीका रिपोटिंग के लिये पहुंचे है। आईसीसी इतनी इनकी संख्या देखकर चकित है। इससे संवित होता है कि महिला क्रिकेट टीम को लेकर लोगो में सकारात्मक बदलाव आया है। महिला खिलाड़ियों के प्रति लोग गम्भीरता आई है और इनके मैचो को देखने के लिये भारी संख्या में जुटने लगे है। हालाकि दक्षिण अफ्रीका में अभी महिलाओं खिलाड़ियांे के प्रति यह बदलाव नहीं आया है। सम्भव है इस आयोज के बाद वे भी बदल जायें।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here