अवधनामा संवाददाता (शकील अहमद)
नामजद इन अभियुक्तों की अब तक गिरफ्तारी न होने पर पुलिसिया कार्यवाई पर उठ रहे सवाल
आनन्द की मौत और घर की बर्बादी के पीछे पप्पू मद्धेशिया का क्या है कनेक्शन
कुशीनगर। जगजाहिर है इंजीनियर आनन्द के मौत के बाद उसकी पत्नी नीलम अपने भाई व एक अन्य व्यक्ति के साथ अपने किराये के मकान पर पहुची थी और अपने पति को फंदे पर झूलते हुए देख घर मे ताला लगाकर चुपचाप नौ दो ग्यारह हो गयी। ऐसे मे सवाल उठना लाजमी है कि नीलम के साथ वह तीसरा व्यक्ति कौन था? यह अपने आप मे एक सवाल है। इतना ही नही आनन्द अपने आडियो और अमला अपने तहरीर मे कुशीनगर के पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया को भी मौत का कारण बताया है। घटना को हुए एक सप्ताह हो गए लेकिन अब तक नामजद दस लोगों में से तीन गिरफ्तार हुए है। जबकि इस घटना में कसया के पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया व अमडीहा के पूर्व प्रधान ओंकार प्रसाद अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर है। जिसको लेकर पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है। सवाल यह भी है कि आखिर पप्पू मद्धेशिया का इस घटना से क्या कनेक्शन है? बेशक ! पप्पू मद्धेशिया का इस घटना से कनेक्शन हो या न हो लेकिन पुरे घटनाक्रम के विवेचना मे अहम हिस्सा पप्पू मद्धेशिया बने हुए है जिसे पुलिस नजर अंदाज करके चल रही है।
बतादें कि मृतक आनन्द की बहन अमला सिंह द्वारा पुलिस को सौपी गयी तहरीर के मुताबिक आनन्द पिछले रविवार की रात तकरीबन 12 बजकर 45 मिनट पर उनके वाट्सएप पर कुछ वीडियो और आडियो भेजे थे जैसा कि उसने अपने बयान मे भी पुलिस को बताया था। आनन्द के मौत से पूर्व खुद आनन्द द्वारा वायरल किये गये आडियो मे कहा गया है कि बस इतना जान लो कि मेरा घर बर्बाद किया इसका भाई अंगद सिंह, कुशीनगर के पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया और अमडिहा के पूर्व प्रधान। आगे यह भी कहा है कि बस अब ज्यादा कुछ नही कहना चाहता हू, ज्यादा कुछ कहकर हसी का पात्र नही बनना चाहता हूं। शान से था और शान से मर जाऊगां। मृतक की बहन अमला अपने तहरीर मे भी इन नामो को प्रमुखता से उल्लेख की है। अब सवाल यह उठता है कि आनन्द के इन बातो का निहितार्थ क्या है? वह क्या कहना चाहते थे जिससे हसी के पात्र बनने का भय उन्हे सता रहा था। उनका घर बर्बाद करने मे पत्नी नीलम का भाई अंगद सिंह, पूर्व चेयरमैन व अमडिहा के पूर्व प्रधान की क्या भूमिका थी? आनन्द का घर बर्बाद करने के पीछे इन सभी का क्या रोल था ? आनन्द के मौत से इन सभी को क्या फायदा हो सकता है। ऐसे तमाम सवाल कौध रहे है जो पुलिस की गहन जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है।
नीलम को नौकरी लगवाने में पप्पू का अहम भूमिका
जनपद के कसया उप नगर के चौक-चौराहों से लगायत सुकरौली के बाजारो मे चर्चा-ए-सरेआम है कि कुशीनगर के पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया ने सपा सरकार मे नीलम सिंह की नौकरी अपने रसूख और पहुंच के दम पर लगवाई थी। इस लिए पप्पू का नीलम से मैत्री संबंध है। इन बातो मे कितनी सच्चाई है यह पुलिस की निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है। लेकिन इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता है कि धुआं वही उठता है जहा आग लगा होता है।
अब तक क्यो नही हुई गिरफ्तारी
जैसा कि सर्वविदित है कि आनन्द की मौत से पूर्व खुद आनन्द ने अपना वीडियो और आडियो अपनी बहन के वाट्सएप पर भेजा था जिसमे वह अपनी पत्नी नीलम सिंह साले अंगद सिंह पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया और अमडिहा के पूर्व प्रधान ओकांर प्रसाद पर अपने घर की बर्बादी व अपने मौत का जिम्मेदार ठहराया है। विधि विशेषज्ञों की माने तो आनन्द का वह अंतिम बयान है जिसे नजरअंदाज नही किया जा सकता है। हलाकि इसी आधार पर पत्नी नीलम, साले अंगद और ससुर जीतन को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है लेकिन पूर्व चेयरमैन पप्पू और पूर्व प्रधान ओंकार को अब तक पुलिस क्यो नही गिरफ्तार की है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
चर्चा मैनेज का
मरने वाले के अंतिम बयान मे दर्ज पूर्व चेयरमैन पप्पू मद्धेशिया व पूर्व प्रधान ओकांर प्रसाद की अब तक गिरफ्तारी न होने के पीछे मैनेज की खेल बताया जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि घटना के दूसरे दिन इन आरोपियों मे से किसी एक ने अपने परिचित से पच्चीस लाख रुपये लिया उसके आद इन पैसो से मैनेज का खेल शुरु हुआ। सूत्र बताते है कि विवेचना मे पुलिस इन दोनो को दोष मुक्त साबित कर मुकदमे से नाम निकालने की फिराक मे है।
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