नई दिल्ली। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में शुक्रवार देर रात आतंकी संगठन अल शबाब (Al Shabab) ने एक होटल में हमला किया, जिसमें करीब 12 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस संगठन को खूंखार आंतकी सूची में शामिल किया जाता है और इसके लड़ाकों ने तालिबान से ट्रेनिंग ली है। आतंकी संगठन का जाल कई देशों तक फैला हुआ है। अल शबाब अब तक कई देशों में सैकड़ों लोगों की जान ले चुका है। आतंकी ने इस हमले को मुंबई 26/11 की तर्ज पर अंजाम दिया। आतंकी ने पहले होटल के बाहर कार में धमाका किया और उसके बाद होटल में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
सोमालियाई सरकार को खत्म करना है मकसद
आतंकी संगठन अल शबाब का जन्म 2006 में हुआ और इसका पूरा नाम हरकत अल-शबाब अल-मुजाहिद्दीन है। आतंकी संगठन का मुख्य मकसद सोमालिया के सरकार को खत्म करना है। इस आतंकी संगठन का मुख्य सरगना अहमद उमर है। उमर ने 2014 में संगठन की कमान अपने हाथों में ले ली। अल शबाब का प्रभाव सोमालिया इथियोपिया और केन्या में है और इसका जाल अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका तक फैला हुआ है।
खूंखार आतंकी संगठन सूची में शामिल
अल शबाब दुनिया के खतरनाक आतंकी संगठन की सूची में शामिल है और इसका संबंध अलकायदा, बोको हरम और ISIS जैसे खूंखार आतंकी संगठन से है। इस संगठन ने अब तक कई बड़े हमले को अंजाम दिया है। अल शबाब ने अपने हमले में सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा है। इसने सोमालिया, केन्या, युंगाडा और जिबूती समेत कई देशों में भीषण हमले किए हैं। अमेरिका ने इस संगठन को 2008 में आतंकी संगठन घोषित किया था। अमेरिका ने इसके कई लड़ाकों पर करोड़ों डालर का इनाम घोषित कर रखा है।
बड़े हमलों को दिया है अंजाम
अल शबाब ने 2010 में युगांडा में हमला किया था, जिसमें 74 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 2013 में केन्या में हमला किया, जहां इसने एक शापिंग माल में 67 लोगों को मौत के घाट उतारा था। आतंकी संगठन केन्या में 2013 के बाद 2015 और 2016 में भी हमला किया था। 2015 में इसने केन्या की यूनिवर्सिटी पर हमला किया और 148 छात्रों की जान ले ली। 2016 में भी इसने केन्या में एक हमले में 180 सैनिकों को मार गिराया था।
पहले भी मोगादिशु पर साधा था निशाना
अल शबाब ने बर्बरता कायम रखा और सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में धमाका किया, जिसमें 275 लोगों की जान चली गयी थी। इसके बाद 2019 में मोगादिशु में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, जिसमें 85 लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा अल शबाब ने और भी कई हमले किए हैं, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।