अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। विगत दिनों पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में नगर पालिका परिषद की देखरेख में नगर का अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन शाही रोड स्थित महावीर प्याऊ के आसपास का अतिक्रमण फिर जो करते हो जाता है। बताते चलें कि इस स्थान पर एक महावीर प्याऊ क्या है? जिसका लगभग 40 साल पहले जैन समाज ने लोगों की सहयोग से सार्वजनिक प्याऊ प्रारम्भ की थी। आज इस प्याऊ में पानी की सुविधा तो नहीं है लेकिन इसके आस पास प्याऊ की आड़ में अतिक्रमण जमा हुआ है। जिला प्रशासन कई बार इनको हिदायत देकर छोड़ देता है, लेकिन दो-चार दिन के बाद अतिक्रमणकारी अपना हाथ ठेला फिर से लगाने लगते हैं। इस प्याऊ के पास स्वतंत्रता सेनानी स्व.बाबूलाल फूलमाली का स्मारक भी है, जो भी अतिक्रमण से ग्रस्त है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पूर्व में एक आदेश जारी हुआ था कि शहर में जितने भी चौराहा पर स्वतंत्रता सेनानियों की स्मारक बने हैं। उन पर हर शुक्रवार को शहर के अधिकारी फूलमाला लेकर श्रद्धा सुमन अर्पित भी करते हैं। लेकिन उनके जाते ही फिर से अतिक्रमण चालू हो जाता है। यदि जिला प्रशासन इन अतिक्रमकारियों को एक बार फिर सख्ती से हटा कर और इस महावीर प्याऊ का जैन समाज से मिलकर बातचीत कर नव निर्माण करते हुए सुंदर सा पार्क बन जाए तो शहर की सुंदरता ही बढ़ेगी और फिर अतिक्रमण भी नहीं होगा। जनहित में पुलिस प्रशासन को एक बार फिर पहल करनी चाहिए। निश्चित ही यह कार्य कठिन है, लेकिन शासन प्रशासन चाहे तो सब कुछ हो सकता है। सूत्रों से पता चला है कि इस महावीर प्यार के अंदर जर्जर दरवाजे होने के कारण यहां वही दुकानदार अपना सामान उसके अंदर रख देती है क्योंकि जैन समाज भी इस महावीर प्यार को लेकर गंभीर नहीं है। यहां एकमात्रहैंड पंप लगा है, जिससे लोग पानी का उपयोग करते हैं। बरसों से प्याऊ चालू नहीं है यही एक गौर तरफ बात है।