पश्चिम बंगाल सरकार ने नंदीग्राम में भाजपा महिला कार्यकर्ता रोटिबाला आरी की मई महीने में हुई हत्या के मामले में शुक्रवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी है। मृत महिला के परिवार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की है और इसके लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की है। हालांकि, जांच का जिम्मा अब भी राज्य पुलिस के पास ही है।
मामला शुक्रवार को हाई कोर्ट की जस्टिस अमृता सिन्हा की खंडपीठ के सामने सुनवाई के लिए आया, जहां राज्य सरकार के वकील ने जांच की स्थिति और प्रगति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई को स्थगित कर दी और अगली सुनवाई 23 जुलाई को निर्धारित की है, ताकि अदालत रिपोर्ट का विस्तार से अध्ययन कर सके।
भाजपा की महिला कार्यकर्ता रोटिबाला आरी की हत्या 23 मई को नंदीग्राम में हुई थी। यहां दो दिन पहले ही तमलुक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव हुए थे। नंदीग्राम, पूर्वी मेदिनीपुर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। नंदीग्राम से निर्वाचित भाजपा विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना के बाद दावा किया कि यह हत्या तमलुक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपरिहार्य हार के डर से की गई थी। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में पल रहे अपराधियों पर आरोप लगाया था।