Waqf Act: लोगों को भड़का रहा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, BJP बोली- मुर्शिदाबाद से हिंदू भागने को मजबूर

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जगदंबिका पाल ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। वहां राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी है। प्रेट्र के अनुसार महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने बंगाल में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (एआइएमपीएलबी) लगातार लोगों को भड़का रहा है।

भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बुधवार को कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक अब संसद द्वारा पारित किया जा चुका है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की जा चुकी है। फिर आखिर क्यों ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (एआइएमपीएलबी) लगातार लोगों को भड़का रहा है।

जगदंबिका पाल ने बंगाल सरकार की आलोचना की

उन्होंने कहा कि सरकार यह विधेयक मुसलमानों को लाभ देने के लिए लेकर आई है। उन्होंने मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर बंगाल सरकार की आलोचना की। कहा कि मुर्शिदाबाद से हिंदू भागने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनकी पीड़ा को नहीं देख पा रही हैं और इमामों से मिल रही हैं।

बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब

पाल ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। वहां राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी है। प्रेट्र के अनुसार, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने बंगाल में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।

बंगाल में हिंदू समुदाय डर के साये में जी रहा है

आगे कहा कि बंगाल में हिंदू समुदाय डर के साये में जी रहा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस हिंसा को रोक नहीं रही है, बल्कि मूकदर्शक बनकर देख रही है। विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइ में शामिल अन्य राजनीतिक दल भी चुप हैं। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने बंगाल में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस की नाक के नीचे हो रही है। इसलिए, वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए।

देश के किसी भी हिस्से में हिंसा नहीं होनी चाहिए

सीजेआई की चिंता से सहमति जताते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि प्रदर्शनकारी सोचते हैं कि इस तरह वह सिस्टम पर दबाव बना लेंगे। लेकिन तभी मुस्लिम याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश कपिल सिब्बल ने मेहता की दलीलों का विरोध करते हुए कहा-कौन दबाव बना रहा है। हमें तो नहीं मालूम। हालांकि कोर्ट में मौजूद अन्य वकीलों ने भी हिंसा पर चिंता जताई और कहा कि हिंसा नहीं होनी चाहिए।

मुर्शिदाबाद से हिंदुओं का बड़ी संख्या में पलायन हुआ

सीजेआइ ने यह भी कहा कि कानून में कुछ चीजें अच्छी भी हैं। उसे भी हाईलाइट किया जाना चाहिए, जैसा मेरे साथी न्यायाधीश ने बताया है। सीजेआइ जस्टिस केवी विश्वनाथ की ओर इशारा कर रहे थे, जिन्होंने सुनवाई के दौरान कई बार वक्फ कानून के कुछ अच्छे उपबंधों का जिक्र किया था।

मालूम हो कि बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिंसा हुई थी और कुछ लोगों जान भी गई। इसके बाद मुर्शिदाबाद से हिंदुओं का बड़ी संख्या में पलायन हुआ है। इसके अलावा बंगाल के भानगढ़ क्षेत्र से भी हिंसा की खबरें आई हैं।

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