रामायण को जानो प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में दृष्टिबाधित बच्चों ने दिखाया उत्साह

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अवधनामा संवाददाता

सहारनपुर। श्रीरामनवमीं पर्व के उपलक्ष में सारंग सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन द्वारा रामायण को जानो प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमंे सभी नेत्रहीन छात्रों ने रामायण से संबंधित एक से बढ़कर एक प्रश्नों का उत्तर देकर सभी को चकित कर दिया।
गंगोह रोड चंद्र विहार कॉलोनी में स्थित नेत्रहीन एवं विकलांग कल्याण शिक्षण संस्थान में सारंग सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ साहिल व आशीष सैनी ने अपने मधुर कंठ से ‘मन धीर रखो घबराओ नहीं, राम मिलेंगे कहीं ना कहीं, सुंदर भजन सुना कर सभी का मन मोह लिया। सारंग संस्था के महासचिव व कार्यक्रम के संचालक रवि बख्शी ने इन सभी नेत्रहीन बच्चों से 100 से ज्यादा रामायण को जानो से संबंधित प्रश्न पूछे सभी होनहार बच्चों ने जल्दी-जल्दी रामायण में श्लोकों की संख्या 24000, कांड 7, सीता की पालनहार माता सुनयना, कुंभकरण का बेटा निकुंभ, रावण के पिता विश्रवा माता का नाम के कैकेसी, भरत की पत्नी मांडवी, लंकिनी का वध हनुमान जी ने किया। इन सभी को प्रश्नों के उत्तर उन्होंने बहुत शीघ्रता से दिए, जिसे देखकर सभी ने जमकर प्रशंसा कर तालियां बजाई। पवन, आशीष मौर्य, आशीष बालियान ने अपने-अपने ग्रुप में सबसे ज्यादा प्रश्नों के उत्तर देकर बाजी मारी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार रमेश चंद्र छबीला ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन कराने का उद्देश्य बच्चों के अंदर अपने धर्म संस्कृति के ज्ञान कराना है। इन बच्चों ने बहुत ही सुंदर तरीके से प्रश्नों का उत्तर दिये। संस्थान के प्रबंधक संजय शर्मा ने भी कहा कि सारंग संस्था ऐसा धार्मिक कार्यक्रम कराकर सभी के बच्चों के अंदर धर्म और संस्कृति को बढ़ा रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति से प्रत्येक को रूबरू कराने का काम रता है। इस अवसर पर ठाकुर रामाशंकर, मनोज कुमार कश्यप, संजय शर्मा को सम्मानित किया गया। इनके अलावा अमन, शिवम, अनुज, युवराज, आशीष कुमार, आशीष सैनी, साहिल, पवन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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