नूंह हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का बयान
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि 21वीं सदी के भारत में धर्म के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर लोग ऐसे विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ एकजुट नहीं हुए, तो आने वाली पीढिय़ों को इसके परिणाम भुगतने होंगे।
संवैधानिक संस्थाओं पर गंभीर सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, हरियाणा के कुछ हिस्सों में जो हो रहा है या आरपीएफ कांस्टेबल ने जो किया, वह भारत माता के दिल पर गहरा घाव देने जैसा है।” खरगे ने कहा कि ऐसी घटनाएं कमजोर कानून-व्यवस्था की स्थिति और हमारी कमजोर संवैधानिक संस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाती हैं।
बर्दाश्त नहीं किया जा सकता
खरगे ने शांति की अपील की और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने कहा, “21वीं सदी में भारत में धर्म के नाम पर फैलाई जा रही हिंसा हमारी सभ्यता की नींव और सर्वधर्म समभाव पर आघात है। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आपस में लड़ाना संविधान का मजाक उड़ाने जैसा
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, इन दिनों समाज के ताने-बाने में जो विघटन की प्रवृत्ति दिख रही है, वह सत्ता के लालच में समाज में नफरत फैलाने का नतीजा है। उन्होंने कहा, जनता में वैमनस्य का जहर घोलना और उन्हें आपस में लड़ाना हमारे संविधान का मजाक उड़ाने जैसा है।
खरगे ने एक ट्वीट में कहा, अगर आज हम एकजुट होकर इन विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे तो, आने वाली पीढिय़ों को इसके परिणाम भुगतने होंगे। नफरत छोड़ो, भारत को एक करो।
नूंह में सोमवार को विहिप के जुलूस को रोकने की कोशिश के बाद भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मंगलवार सुबह-सुबह गुरुग्राम के सेक्टर 57 इलाके में एक मस्जिद में आग लगा दी गई, जिससे एक इमाम की मौत हो गई।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि जो व्यक्ति राज्य में शांति भंग करना चाहता था, उसने नूंह में हिंसा की साजिश रची, जहां कफ्र्यू लगा दिया गया है।