2019 लोकसभा चुनाव में देश के कई मुद्दे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. जिसमे राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जैसे विवादित मुद्दे भी शामिल हैं. इन दिनो अपनी कट्टर हिन्दू छवि को सुधारने पर कार्यरत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सुप्रीम मोहन भागवत ने हाल ही मे कहा था कि भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द ही होगा.
बात करे उत्तर प्रदेश योगी सरकार की जिसने सत्ता मे आने से पहले कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण ज़रूर होगा. लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद शायद हुकूमत इस मुद्दे पर खुल कर बात नहीं करना चाहती.
लेकिन अब विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने इस मुद्दे में बड़ी पहल का आह्वान किया है. VHP ने राम मंदिर के मुद्दे पर बातचीत के लिए संतों की बैठक बुलाई है. राम जन्मभूमि ट्रस्ट के संत उच्चाधिकार समिति की ये बैठक 5 अक्टूबर को दिल्ली में बुलाई गई है, जिसमें 30-35 बड़े संत भाग लेंगे. संतों की इस बैठक में राम मंदिर आंदोलन को आगे कैसे बढ़ाया जाए इस पर मंथन किया जाएगा.
बता दें कि हाल ही में संघ के कार्यक्रम ‘भविष्य का भारत: संघ का दृष्टिकोण’ में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण पर अगर कानून लाने का हक सरकार के हाथ में है और आंदोलन करने का अधिकार राम जन्मभूमि ट्रस्ट उच्चाधिकार समिति के पास है, ऐसे में सरकार और ट्रस्ट को तय करना है कि कि तरीके से मंदिर निर्माण होना है.