लखनऊ (Lucknow) राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के संयोजक मोहम्मद अफाक ने कहा है कि राज्य में बिना किसी तैयारी के तालाबंदी की गई है, जो गरीब श्रमिकों के साथ अन्याय है। क्योंकि देश में जब तालाबंदी होनी थी, तब चुनावी रैलियां और शाही स्नान हो रहे थे। उन्होंने चुनाव हारने के बाद तालाबंदी को याद किया।आज देश के लोग भुखमरी के कगार पर हैं। बड़ी बड़ी कंपनियों और कारखानों को बंद कर दिया गया है। सरकार अपने आरएस के प्रचारकों द्वारा मोदी के कल्याण के लिए काम कर रही है। जो देश में भुखमरी का कारण बन रहा है। अंत में, उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी सांप्रदायिक दंगे हो रहे थे, वहां पुलिस चौकियों को आग लगाई जा रही थी। क्या मुख्यमंत्री योगी कुर्की का नोटिस जारी करेंगे और उनकी संपत्तियों को जब्त करेंगे? जिस तरह से वे काले कानून, सीएए,के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे थे और पुलिस के झड़प से जो नुकसान हुए उसका ये भी नहीं पता चला की वह यह नुक़सानात किसने ने किया। यह मुसलमानों द्वारा किया गया ? या आरएसएस के गुंडों द्वारा?
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