अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न, संविधान सभा के अध्यक्ष,एवं प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी की जन्म जयंती जो कि अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाई जाती है, इस अवसर पर बार एसोसिएशन जनपद अयोध्या के अध्यक्ष पारस पांडेय के नेतृत्व में आचार्य नरेंद्र देव सभागार में बाबू राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया, बार एसोसिएशन अध्यक्ष पारस पांडेय ने कहा कि वकालत विश्व भर में अत्यंत सम्मानीय और गरिमामय पेशा है। भारत में भी वकालत गरिमामय और सत्कार के पेशे के तौर पर हर दौर में बना रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों ने जमकर लोहा लिया है। अधिवक्ता मनीष कुमार पांडेय ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। उनके कई रूप देखने को मिलते हैं। वे एक बुद्धिमान छात्र, आदर्श शिक्षक, सफल वकील, प्रभावशाली लेखक, और देश प्रेमी व्यक्ति थे। वह सादा जीवन उच्च विचार की नीति में विश्वास रखते थे। उन्होंने सारा जीवन देश की सेवा की। स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ! स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पौत्र, अधिवक्ता राजीव कुमार शुक्ला ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे, उन्होंने देश की स्वतंत्रता में अपना विशिष्ट योगदान दिया राष्ट्र के प्रति समर्पित ऐसी पूर्ण आत्मा को सादर नमन डॉ राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करने वाले प्रमुख लोगों में पूर्व अध्यक्ष संदीप दूबे, अखंड यादव, राकेश वैघ, प्रदीप गुप्ता, प्रदीप पाठक रामनरेश दीपक पांडेय ,इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।