अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी- बुधवार को खीरी जिले के सुदूरवर्ती सीमावर्ती जनजातीय क्षेत्र के ग्राम धुसकिया में “जनजाति गौरव दिवस” का आगाज हुआ, जिसका शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के साथ फीता काट कर किया।जनजाति गौरव दिवस” कार्यक्रम में शिरकत करने के लिये सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार जनपद खीरी की पलिया हवाई पट्टी पहुंची, जहां डीएम महेंद्र बहादुर सिंह-एसपी गणेश प्रसाद साहा ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद गवर्नर का काफिला कार्यक्रम स्थल धुसकिया पहुंचा।गवर्नर ने केंद्रीय मंत्री संग विभिन्न विभागीय स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान थारू जनजाति की महिलाओं-बालिकाओं से एक एक कर मुलाकात कर संवाद किया। एकलव्य आवासीय मॉडल विद्यालय की बालिकाओं ने स्वागत गीत एवं थारू महिलाओं ने थारू होली नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा। इसके बाद विभिन्न लाभार्थियों को योजनाओं की सौगातें दी। इसके बाद झारखंड में आयोजित पीएम के प्रोग्राम की लाइव स्ट्रीमिंग देखी, सुनी। कार्यक्रम का संचालन सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने किया।राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जनजाति के उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बिरसा मुंडा की जन्म जयंती की शुभकामनाएं देते हुए देश के लिए किए गए योगदान व उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पीएम के उद्बोधन को आप सभी ने पूरे मन से सुना है। पीएम ने आप सभी के सामने महत्वपूर्ण और जनकल्याणकारी योजनाओं को रखा है, इसका लाभ उठाएं। योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना अफसर की जिम्मेदारी है। अफसर इस अभियान के जरिए आदिवासी भाई बहनों तक योजनाओं को लेकर पहुंचे। हमारी और प्रधान की समेकित जिम्मेदारी है। 05 वर्ष पूर्ण करने वाले बच्चों को उंगली पड़कर स्कूल तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि कमियों को ढूंढना और दूर करना पड़ेगा। स्टालों के अवलोकन का जिक्र करते हुए कहा कि जब राशन कार्ड का शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा है तो आयुष्मान योजना का क्यों नहीं। पूरे प्रयास किए जाएं, जो परिवार बाहर चले गए हैं, वह त्यौहार में घरों को आए होगे। जिम्मेदारीपूर्वक प्रयास करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति कार्ड से वंचित न रहने पाए। आदिवासी समाज तक घर-घर जाने की बात हो रही है। यात्रा हमारे गांव कब आने वाली है। इसकी जानकारी अवश्य रखें। ताकि आप योजनाओं का लाभ के लिए दरवाजे पर इनरोल हो सके।उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद एक महिला को आवास मिला। कितनी खुशी मिलती होगी। उन्होंने कहा कि मैं वर्षों तक मोदी जी के नेतृत्व में काम किया। उन्होंने पीएम ने आज के भाषण में जिक्र किया कि पीएम ने आदिवासी भाइयों का नमक खाया है, जिसे वह आज अदा कर रहे हैं। कठिन परिस्थितियों में थारू जनजाति पूरी सूझबूझ और ताकत से काम कर रही है, यदि उन्हें सहायता मिलेगी तो वह बहुत आगे जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि इस क्षेत्र के बच्चों को अच्छे विद्यालयों एवं हॉस्टलों में 15 दिनों के लिए भेजें ताकि वह वहां के तरीकों से अवेयर हो सके। उन्होंने जनजातीय क्षेत्र के लोगों का आवाह्वान करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आए और पीएम के इस अभियान से जुड़े। चिकित्सा, शिक्षा एवं बाल विकास विभाग संकल्पित होकर बच्चों की सभी जांच एवं टीकाकरण को सुनिश्चित कराए। ग्राम प्रधान विकास कार्य के पैसे को सदुप्रयोग करें। गांव की आंगनवाड़ी को आदर्श एवं संसाधन युक्त बनाएं। पीएम द्वारा दिए गए चार स्तंभों के हिसाब से घर-घर तक लाभ पहुंचे, इसे मिलकर सुनिश्चित कराए। उन्होंने विश्वास जताया कि अफसर और ग्रामीण मिलकर इस संकल्प को पूरा करने की साकार करेंगे।केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बिरसा मुंडा की जन्म जयंती की शुभकामनाएं दी। जनजाति भाई बहनों की स्वतंत्रता संग्राम में जो भूमिका रही, उसे रेखांकित करने के उद्देश्य से सरकार ने न केवल संग्रहालय बनाया बल्कि देश में 10 नए संग्रहालय बनाकर सबको उनसे अवगत कराने का काम किया जाएगा। पीएम मानते हैं कि आदिवासी क्षेत्र में रहने वाले भाई-बहनो की देश में बड़ी भूमिका रही है। आप देश के आदि निवासी हैं। पीएम ने देश की राष्ट्रपति के रूप में पहली आदिवासी महिला को चुना। संवैधानिक रूप से वह देश की प्रथम नागरिक है। पीएम ने “मन की बात” के 100 एपिसोड में करीब 25 बार जनजातियों का जिक्र करते हुए उनकी भूमिका को रेखांकित किया। आपकी जीवन शैली सबको प्रेरित, प्रोत्साहित करती है। जनजाति के समग्र विकास के लिए पीएम ने कई योजनाएं चलाई। जनजातीय समूह एवं संस्कृति के विकास के लिए पीएम आदर्श आदि ग्राम योजना शुरू की। उन्होंने जनजाति विकास के लिए किए गए नए प्रावधानों एवं बजट में बढ़ोतरी का विस्तृत जानकारी दी।कार्यक्रम के अंत में अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति/ कार्मिक/कृषि) देवेश चतुर्वेदी ने राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि आज की कार्यक्रम में जो भी दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है उनका पूर्णतया अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने जनजातीय क्षेत्र के वासिंदो से इस कार्यक्रम से जुडने का आवाह्नन किया।