अब तक 25 करोड़ से ऊपर श्रद्धालु पहुंचे विश्वनाथ कॉरिडोर में
रोजाना करीब 2 लाख लोग काशी आ रहे –
वाराणसी। आध्यात्मिक नगरी काशी में पर्यटकों के लिए व्यवस्थाएं दिन प्रतिदिन सुचारू रूप से चलाई जाने की सरकार की कोशिश पर एक और चार चांद लगा।देश-दुनिया के पर्यटक अब हेलिकॉप्टर से ‘काशी दर्शन’ कर सकेंगे।अर्धचंद्राकार घाटों के अंतिम छोर पर नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में बने नमो घाट से हेलिकॉप्टर उड़ान भरेंगे। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने के लिए सर्वे, सुरक्षा सहित परीक्षण के दूसरे काम पूरे हो गए हैं। इसके साथ ही हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने वाली कंपनियों ने बाबतपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क कर औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।
इस सेवा के शुरू होने पर पर्यटन आसमान से काशी के घाटों, विश्वनाथ धाम समेत अन्य प्रमुख मंदिर, महाश्मशान का नजारा देख सकेंगे। फिलहाल तीन सीटर और छह सीटर हेलिकॉप्टर सात से आठ मिनट की यात्रा में काशी का हवाई दर्शन कराएंगे। इस सेवा के शुरू होने से वाराणसी को स्काई टूरिज्म के नए केंद्र के रूप में पहचान मिलेगी। इससे स्थानीय रोजगार और पर्यटन कारोबार को बड़ा लाभ मिलेगा। बता दें कि नमो घाट पहला ऐसा घाट है जो जल,थल और नभ से जुड़ेगा।काशी विश्वनाथ धाम (कॉरिडोर) ने काशी में आस्था संग अर्थशास्त्र का नया अध्याय लिखा है।
कॉरिडोर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए बूस्टरडोज साबित हुआ है। लोकार्पण के बाद से अब तक लगभग 25 करोड़ 28 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के साथ कॉरिडोर को निहार चुके हैं तो इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को करीब सवा लाख करोड़ रुपये का बूस्टअप डोज मिला है।विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण बनारस के सांसद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2021 में किया था। भव्य और दिव्य विश्वनाथ धाम की तस्वीरें देश दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचने से बाबा धाम के नए स्वरूप को निहारने की अस्थावनों की छटपहाट का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन कम से कम दो लाख लोग विश्वनाथ दरबार पहुंच रहे हैं।
यहां के ट्रैवल,लॉज, हस्तकला आदि के लिए पर्यटकों के आने से व्यापार में भी वृद्धि हो रही है।सड़कों के चौड़ीकरण, घाटों के सौदर्याकरण और एयरपोर्ट से लेकर गंगा घाट तक रोड कनेक्टिविटी तथा सुरक्षा के माहौल ने भी देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया है।इससे पूर्वांचल में विकास की गति भी तेज हुई है।किसी विषय पर काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपाल अधिकारी विश्व भूषण मिश्र बताते हैं कि धार्मिक पर्यटन के इस मॉडल ने न केवल काशी की छवि को बदला है, बल्कि उत्तर प्रदेश की छवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देने के साथ आर्थिक गतिविधियों में अप्रत्याशित वृद्धि की है।