टीआई का सिर फोड़ा बेखौफ रेत माफिया पुलिस को पीटा, पथराव, गोलियां चलाईं

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ग्वालियर :(Gwalior) अंचल में रेत माफिया बेखौफ हैं, रेत चोरों पर सख्ती की दंभ खोखली है। शुक्रवार (Friday) को चंबल (Chambal ) से चोरी की रेत लेकर आ रहे माफियाओं ने रास्ता रोकने पर पुलिस (Police)  पर कातिलाना हमला कर दिया। रेत चोर और उनके गुर्गों ने पुलिस को जलालपुर , (Jalalpur) पुरानी  (Purani Chawni)  के अंडरब्रिज के नीचे घेर लिया। पुल के उपर से उन पर पथराव किया, गोलियां चलाईं और ट्रैक्टर से टक्कर मारकर पुरानी छावनी  (Purani Chawni)  टीआई सुधीर सिंह कुशवाह  (TI Sudhir Singh Kushwaha ) का सिर फोड दिया। उनके घेरे में फंसने पर पुलिस को जान बचाने के लाले पड गए। कातिलाना हमला कर रेत चोरों की टोली खेतों में ट्रैक्टर ट्रॉली कुदाकर भाग गई।

घेराबंदी में 5 ट्रैक्टर ट्रॉली सहित 10 लोग पकडे गए। उनसे दो तमंचे और चार गोलियां भी मिली हैं।पकडे गए रेत चोर मुरेना (Morena) और धौलपुर (Dholpur)  के हैं। इनमें कुख्यात रेत माफिया भी शामिल है। जख्मी टीआई कुशवाह (TI Kushwah) को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पहला मौका नहीं जब रेत माफियाओं ने पुलिस पर हमला किया है। इससे पहले आईपीएस (IPS) अधिकारी सहित कई पुलिसकर्मिओं की माफिया हत्या कर चुके हैं।

चंबल से चोरी की रेत लाने वालों को घेरने के लिए पुलिस ने शुक्रवार  (Friday) को जलालपुर (Jalalpur)  अंडरब्रिज (Underbridge ) के नीचे सुबह करीब 6 बजे एम्बुश लगाया था। उनका रास्ता रोकने के लिए अंडरब्रिज  (Underbridge )  के नीचे डंपर और ट्रैक्टर सडक पर आडे खडे कर दिए थे। क्योंकि जाहिर था कि पुलिस को सामने देखकर रेत चोर हावी होने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली चढाने से नहीं चूकेंगे। इसलिए पुलिस पूरी तैयारी से थी। करीब डेढ घंटे के इंतजार के बाद करीब रेत से छकाछक भरी 20 से ज्यादा ट्रैक्टर, ट्रॉली आती दिखी तो पुलिस अलर्ट हो गई। कतार में आगे चल रहीं 5 टै्रक्टर ट््रॉली अंडरब्रिज  (Underbridge )  का रास्ता पार कर पुलिस के घेरे में फंस गई। उन्हें पकडने के लिए दुबकी पुलिस टीम सामने आई तो रेत चोर हिंसक हो गए। रास्ता रोकने के लिए खडे डंपर और ट्रैक्टर में टक्कर मार कर भागने की कोशिश की। आगे पुलिस है उनके पीछे आ रहे रेत चोरों को पता चला तो रेत से भरे वाहनों को खेद में कुदा कर भागे।

टीआई सुधीरसिंह कुशवाह ((TI Sudhir Singh Kushwaha )  ने पत्रिका को बताया रेत चोरों को पुल के नीचे घेर लिया था। बाकी को दबोचने के लिए वह सडक पर आए तो रेत चोरों का गुर्गा खाली ट्रैक्टर दौडाता हुआ आया, दूर से समझ में नहीं आया कि वह हमला कर सकता है। जब बिल्कुल पास आने पर भी उसने स्पीड कम नहीं की तो लगा कि वह तो कुचल देगा। इसलिए जान बचाने के लिए नाले की तरफ कूदे, वहां लोहे का एंगल पडा था उसमें पैर उलझ गया तो गिर पडे, इसलिए दौरान रेत चोरों ने हमला कर दिया। इसमें उनके सिर, चेहरे पर चोटें आई और सीधे हाथ की उंगली कट गई।

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