विकास के साथ पर्यावरण संतुलन पर विशेष ध्यान: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में राज्य में आर्थिकी और पारिस्थतिकी में संतुलन के लिए ‘त्रि-स्तम्भीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस माैके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ईकोलॉजी और इकॉनामी में संतुलन के लिए राज्य सरकार की ओर से विकास के साथ ही पर्यावरण संतुलन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए हम सबको अपना विशेष योगदान देना है। उन्होंने सभी विभागों से अपेक्षा की है कि आज जो ‘त्रि-स्तम्भीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है, इस पर सभी विभाग तेजी से कार्य करेंगे। सभी विभागों को नवरात्र के पावन पर्व पर संकल्प लेकर राज्य में आर्थिकी और पारिस्थितिकी में संतुलन बनाकर कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ना है।
राज्य की आर्थिकी और पारिस्थितिकी में संतुलन के लिए प्रत्येक स्तम्भ के लिए तीन सूत्रीय रणनीति बनाई गई है। इसमें समुदाय सशक्तिकरण अभियान, नवाचार एवं तकनीकी अभियान और वित्तीय स्वायत्तता व साक्षरता अभियान काे शामिल किया गया है। पहला स्तम्भ समुदाय सशक्तिकरण अभियान के तहत तीन सूत्र पारंपरिक प्रथाओं का पुनरावर्तन, उचित उपभोग के लिए व्यवहार परिवर्तन व युवाओं का कौशल उन्नयन है। दूसरा स्तम्भ नवाचार और तकनीकी अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहन, तकनीकी आधारित त्वरित समाधान एवं सर्कुलर इकॉनमी का अंगीकरण है। तीसरा स्तम्भ वित्तीय स्वायत्तताऔर साक्षरता अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन प्रैक्टिसेज का मानकीकरण, कार्बन क्रेडिट के लिए सहभागिता एवं सतत परियोजनाओं के लिए ब्रिज फंडिंग की रणनीति है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन, प्रमुख सचिव न्याय प्रदीप पंत, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल. फैनई, सचिव शैलेश बगोली, दिलीपजावलकर,डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, चन्द्रेश यादव, वी. षणमुगम, विनोद रतूड़ी, निदेशक अभियोजन पीवीके प्रसाद, अपर सचिव विजय जोगदंडे ,अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीपीपीजीजी डॉ. मनोज पंत एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।