कुशीनगर में अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के तीन सदस्य मुठभेड़ में गिरफ्तार, दो घायल

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अवधनामा संवाददाता

तमकुहीराज के गाजीपुर के पास हुई मुठभेड़

दाहुगंज में आभूषण के दुकान में हुई चोरी में थे शामिल

कुशीनगर। तमकुहीराज थाने की पुलिस और स्वॉट की संयुक्त टीम ने सोमवार की आधी रात को मुठभेड़ में ईरानी गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो अपराधी फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं। उनमें एक पर 50 हजार और दूसरे पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। तीसरा बिहार के गोपालगंज जिले का निवासी है। इनके पास से असलहे और 3.20 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। गैंग ने बीते दिनों तमकुहीराज में आभूषण दुकानदार के यहां से चोरी की घटना को अंजाम दिया था। बदमाशों के पास से तमंचा, कारतूस तथा सोने के आभूषण व तीन लाख 20 हजार नकदी बरामद हुआ है। एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार ने टीम की इस सफलता पर एक लाख व एसपी ने 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।

एसपी ने बताया कि संयुक्त टीम को रात एक बजे सूचना मिली कि तमकुहीराज इलाके में कुछ संदिग्ध मौजूद हैं। टीम गाजीपुर भरपटिया के समीप फोरलेन पर संदिग्धों की तलाश में जुट गई। इस बीच दो बाइक से तीन युवकों को आते देख टीम ने रूकने का इशारा किया। पुलिस देख युवक बाइक मोड़ तेज गति से वापस भागने लगे। पीछा करने पर युवक बाइक रोक पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिए। जवाबी कार्रवाई में दो युवकों के पैर में गोली लग गई और वे गिर पड़े। दोनों की पहचान 50 हजार रुपये का इनामी सुल्तान उर्फ यासीन व 25 हजार रुपये का इनामी समीर अब्बास उर्फ वसीम अली घेर श्यामू खां ठंडी सड़क निकट मदर इंडिया कोल्ड स्टोर थाना कोतवाली नगर जिला फार्रूखाबाद के रूप में हुई। जबकि तीसरे बदमाश नमाजी अली थावे विदेशी टोला थाना थावे जिला गोपालगंज बिहार को टीम ने दौड़ाकर दबोच लिया। बदमाशाें के पास से तीन तमंचा, पांच कारतूस, सोने के छह आभूषण व तीन लाख 20 हजार रुपये बरामद हुए। पुलिस को मौके से दो खोखा भी मिला। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि ईरानी गैंग यूपी के अलावा महाराष्ट्र में सक्रिय है। ये आभूषण दुकानदार को अपना निशाना बनाते हैं। तीनों ने बीते एक नवंबर को तमकुहीराज के दाहूगंज बाजार में आभूषण दुकानदार दशरथ वर्मा की दुकान से सोने के आभूषण चोरी कर फरार हो गए थे। पकड़े गए बदमाशों के विरुद्ध लखनऊ, मैनपुरी, गोरखपुर व कुशीनगर में मुकदमे दर्ज हैं। सुल्तान पर 14, समीर अब्बास उर्फ वसीम अली पर 12 तथा नमाजी अली के विरुद्ध चार मामले दर्ज हैं। एसपी ने बताया कि फर्रूखाबाद का ईरानी गैंग यूपी के अलावा महाराष्ट्र में सक्रिय है। तमकुहीराज से पूर्व इस गैंग ने गोरखपुर में घटना को अंजाम दिया था।

एडीजी जोन गोरखपुर व एसपी ने टीम को दी इनाम 
मुठभेड़ में ईरानी गैंग के तीन सदस्यों को दबोचने में कामयाबी हांसिल करने वाली पुलिस टीम को एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने एक लाख रूपए व एसपी कुशीनगर धवल जायसवाल ने 25 हजार रुपए पुरस्कार देकर टीम की हौसला अफजाई किया।
ऐसे देते थे अपराध को अंजाम 
पूछताछ के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह गैंग पुलिस का रूप लेकर भी आपराधिक कार्य करते हैं जैसे सेल टैक्स ऑफिसर बन जाना, सादे वेशभूषा पहने के दौरान खास तौर पर खाकी जूता और जैकेट का इस्तेमाल करते हैं ताकि आमजन मानस में यह दिखे की पुलिस है इनका टारगेट बुजुर्ग व्यक्ति महिला एवं ज्वेलर्स विशेष तौर पर होते हैं बुजुर्ग व्यक्ति या महिला को बैंक से पैसा निकाल कर जाते समय किसी बहाने रोक कर अपनी बातों में उलझांते हैं एवं झपट्टा मारकर पैसे लेकर फरार हो जाते हैं, साथ ही साथ जिस जनपद में यह अपना ठिकाना बनाते हैं उस जनपद में अपराध ना करके बल्कि आसपास के जनपद में जाकर अपना टारगेट चिन्हित करते हैं और घटना को अंजाम देते हैं घटनाकारित करने के बाद भागते समय ही तुरंत यह अपने ऊपर पहने कपड़े को जैसे शर्ट जैकेट टीशर्ट को चेंज कर लेते हैं ताकि फुटेज के दौरान आसानी से इनकी पहचान ना हो सके हर अपराध में उनकी कोशिश होती है की घटना में बदल बदल कर मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया जाए, ईरानी गैंग के सदस्य अनेक जनपद एवं राज्यों में फैले हुए हैं जहां से इनको पूरी मदद मिल जाती है।
शौक पूरा करने के लिए अपराध की दुनिया में रखे थे कदम
शकील अहमद
कुशीनगर (अवधनामा ब्यूरो)। शान शौकत, ऐसो आराम सब कोई चाहता है, लेकिन सही तरीके से कोई नहीं। मेहनत और मजदूरी भाड़ में जाए अवैध तरीके से कमाना जरिया बन गया है। ये कुछ समय के लिए अच्छा लगता है, लेकिन अंजाम क्या होगा कोई नहीं सोंचता। ऐसा ही एक मामल जिले में आया है। जहां पुलिस टीम ने तीन बदमाशों को मुठभेड़ में तब दबोच लिया जब वह किसी घटना को अंजाम देने या कहीं भागने के फिराक में थे। ये तीनों अभियुक्त अपना शौक पूरा करने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखे थे। आखिरकार ये शानो शौकत कुछ ही समय में पतन हो गया।
कुशीनगर पुलिस ने मंगलवार को जिस ईरानी गैंग का खुलासा किया है उस गैंग के अपराधी अपनी शान शौकत को पूरा करने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखे थे। क्षण भर में लूट, डकैती व बड़े घटनाओं को अंजाम देकर धन अर्जित कर अपना शौक पूरा करते थे। भला ये कब तक चलेगा आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आना ही था, और ऐसा ही हुआ। ईरानी गैंग के सदस्य अनेक जनपद एवं राज्यों में फैले हुए हैं जहां से इनको पूरी मदद मिल जाती है। कड़ाई से पूछताछ करने पर अपराधियों द्वारा बताया गया कि अपराध से प्राप्त हुए धन को यह अपने शौक आदि के लिए खर्च कर देते हैं। लालच बुरी बला है ये कहावत आज इन तीनों बदमाशों पर चरितार्थ हो गई और ये लोग अपने अंजाम को पहुंच गए।
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