मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र में स्थित कादू नाला के जंगल में रहने वाले जंगली पशु अब गांवों की तरफ भाग रहे हैं । भैदपुर और बिरई का पुरवा गांवों में तेंदुआ के आतंक से दहशत का माहौल है। तेंदुए ने दो युवकों पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया है।
जंगल की तरफ लकड़ी काटने गए दो युवकों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। युवकों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास काम कर रहे ग्रामीण मौके की तरफ दौड़े तो तेंदुआ मौके से फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल दोनों युवकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से उस क्षेत्र से दूर रहने की अपील की है।
शनिवार को दोपहर बलदेव पुत्र सोवत (32) निवासी भैदपुर गाजनपुर दुवरिया और सोनू पुत्र छीदू राम उम्र (28) निवासी विरईपुर जंगल की तरफ लकड़ी काटने गए थे । इसी बीच दोनों युवकों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। युवकों के चिल्लाने की आवाज सुन आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने लाठी डंडे लेकर मौके पर पहुंचे तो तेंदुआ ग्रामीणों को देखते ही मौके से फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल दोनों युवकों को स्थानीय ग्रामीण अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उनका इलाज चल रहा है।
तेंदुए ने राम किशोर की भैंस पर भी हमला किया और भीड़ जुटने पर छोटेलाल (50) पुत्र महावीर को भी घायल कर दिया। उन्हें भी प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया।
सूचना पर पहुँचे वन विभाग की टीम ने इलाके में काम्बिंग शुरू की। इसी दौरान तेंदुए ने वन दरोगा शुभम भटनागर पर भी हमला कर दिया, जिसमें वे बाल-बाल बच गए लेकिन उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई।
वन विभाग द्वारा पिंजरा मंगवाकर लगाए जाने की प्रक्रिया जारी है। वन क्षेत्राधिकारी ज्योतिर्मय शुक्ला ने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है। वहीं एसडीएम अभिनव कनौजिया ने मौके पर पहुँचकर जायजा लिया और दिशा-निर्देश जारी किए।
ग्रामीणों ने बताया कि यह तेंदुआ कई बार इस इलाके में घुसा है ,लेकिन उसने अब तक अभी तक किसी ग्रामीण पर हमला नहीं किया था। शनिवार को अचानक तेंदुए ने दो लोगों पर हमला कर दिया। जिससे पूरे गांव में दहशत फैली हुई है। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुआ गांव के पास एक बंद एक भट्ठा है। जिसमें कमरे बने हुए हैं। यही किसी कमरे में तेंदुआ रहता है।