लखनऊ: अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। रिजवी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और NRC के खिलाफ पिछले कई दिनों से हो रहे प्रदर्शन पर बयान जारी करते हुए AMU और JNU के छात्रों की तुलना मुंबई हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब से कर डाली।
वसीम रिजवी ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा कि हिंदुस्तान को पूरी तरह से तोड़ने के लिए कांग्रेस और देशद्रोहियों ने अब कमर कस ली है। आगे कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बंद कर के आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ने की बात कही जा रही है, जो हिन्दुतान में जिहाद की शुरुआत है।
शिक्षण संस्थानों पर टिप्पणी करते हुए वसीम रिजवी ने कहा कि ऐसे संस्थानों के बच्चे कलम छोड़ कर असलहा ले कर देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं और अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय हो या जवाहरलाल नेहरू विश्वद्यालय यहां पर हजारों कसाब छुपे हुए हैं। आगे बोलते हुए रिजवी ने कहा कि पाकिस्तान के अमल पर कांग्रेस देश मे गृहयुद्ध कराना चाहती है।